चीन के नियमों से ही तय होगा अगला दलाईलामा

By: Aug 11th, 2019 12:02 am

चीन बोला, राजनीति के लिए चुनाव करने वाले को तिब्बत में नहीं मिलेगी मान्यता

ल्हासा (तिब्बत -चीन) – चीन ने कहा है कि पंद्रहवें दलाईलामा के चयन को लेकर वर्ष 2007 में उसकी सरकार द्वारा तय नियमों एवं तरीकों से ही किया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति या समूह निहित स्वार्थों के लिए राजनीति के लिए कोई दलाईलामा चुनेगा तो उसे तिब्बत में कतई मान्यता नहीं दी जाएगी। चीन के अधीन तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र के धार्मिक मामलों के प्रमुख लाबा सिरेन ने भारत से आए पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में कहा कि चीन में धार्मिक आस्थाओं एवं विश्वास को लेकर सबको आजादी है, लेकिन 2007 में चीन की केंद्र सरकार ने नीति बनाकर धार्मिक मामलों के प्रबंधन को अपने हाथ में लिया है और दलाईलामा के पुनरवतार का मामला इसी के तहत आता है। श्री सिरेन ने कहा कि दलाईलामा के पुनरवतार की पहचान के लिए 1640 में गीलू पंथ के संस्थापक ने दलाईलामा और पंचेन लामा के पुनरवतार की प्रक्रिया को परिभाषित किया था। 18वीं सदी में चिंग वंश के शासकों ने 29 अनुच्छेदों वाली राजाज्ञा के माध्यम से दलाईलामा, जिन्हें जीवित बुद्ध की उपमा दी गयी है, के निर्धारण की उसी प्रक्रिया को अमल में लाया था। इसमें राजा की सहमति आवश्यक अंग होती थी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App