धारा-118, होटल पर बवाल

By: Aug 27th, 2019 12:30 am

पर्यटन निगम की संपत्ति निजी हाथों में देने को मुद्दा बना रहा विपक्ष, सीएम ने किया इनकार

शिमला – घाटे में चल रहे पर्यटन विकास निगम के होटलों को निजी हाथों में सौंपने के मामले पर बवाल मच गया है। जहां विपक्ष ने इस पर हल्ला मचाना शुरू कर दिया है, वहीं कर्मचारी भी मुखर हो चुके हैं। इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इससे साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार घाटे में चल रहे होटलों को लाभ में लाने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन निजी हाथों में देने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अनौपचारिक बातचीत में सीएम ने कहा कि सरकारी वेबसाइट पर गलती से होटलों की सूची डल गई थी, जिसे हटा दिया गया है। इसमें सूची डालने के मामले में जांच करने को कहा गया है और जो भी इसके लिए दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विपक्ष को ऐसे मामलों में लताड़ते हुए कहा कि वह ओच्छी राजनीति करना छोड़ दें। सीएम ने कहा कि कांग्रेस के समय में भी पर्यटन निगम के होटल घाटे में चल रहे थे, जिन्होंने अपने समय में इन होटलों को प्राइवेट कंपनियों को दे दिया, लेकिन इसके बदले में कुछ नहीं मिला। अभी तक इस मामले में किसी भी विभाग के पास कोई प्रस्ताव नहीं है। धारा-118 के मामले पर सीएम ने कहा कि इस मुद्दे पर घटिया राजनीति विपक्ष कर रहा है। उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा कि विपक्ष यदि धारा-118 पर चर्चा करना चाहता है, तो सरकार उसका जवाब देगी। सदन के भीतर सरकार इसका माकूल जवाब देगी।

कांग्रेस के आरोपों में कोई तथ्य नहीं

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी प्रदेश की जनता ने हमें दी है, इसे बखूबी निभाएंगे। कांग्रेस जो आरोप लगा रही है, उनके कोई तथ्य नहीं हैं। कांग्रेस राजनीति करे, लेकिन ऐसी ओच्छी बात न करे।

अभी होटल बेच रहे, फिर किसानों की ज़मीनें बेचेंगे

शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व विधायक सुखविंदर सिंह सूक्खू ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटल बेचने की तैयारी पर भाजपा को घेरा है। सूक्खू का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अभी निगम के होटल बेचना शुरू किया, आने वाले समय में किसानों की जमीनें कौडि़यों के भाव चहेतों को बेची जाएंगी। सूक्खू ने सवाल उठाया कि अगर सीएम जयराम ठाकुर को होटल बेचने का निर्णय लिए जाने की जानकारी नहीं है, तो फिर सरकार कौन चला रहा है। क्या उनसे ऊपर कोई सुपर सीएम भी है, जिसके इशारे पर यह निर्णय हुआ है।

अब ‘हिमाचल बचाओ अभियान’ छेड़ेगा विपक्ष

शिमला। प्रदेश में इन्वेस्टर्ज मीट के नाम पर बाहरी राज्यों के लोगों को प्रदेश की ज़मीन बेचने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचली हितों को बेचने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। भाजपा ने इन्वेस्टर मीट के नाम पर यहां कई कुछ करने की सोची है, जिससे प्रदेश को बचाने के लिए कांग्रेस यहां ‘हिमाचल बचाओ अभियान’ चलाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की बोली लगाई जा रही है। कांग्रेस ने इसीलिए हिमाचल फॉर सेल का नारा दिया है। उन्होंने कहा कि टूरिज्म की प्रॉपर्टी बेचने का प्रयास हो रहा है। 14 प्रॉपर्टीज वेबसाइट पर डाल दी गई हैं। चायल, गोल्फ व हिमाचल के प्रदेश द्वार पर होटल बेचने को वेबसाइट पर डाला गया है, जिससे साफ है कि सरकार की क्या मंशाएं हैं। सवाल यह उठता है कि पॉपर्टी के रेट किसने तय कर दिए। चायल पैलेस की पॉपर्टी का रेट अढ़ाई सौ करोड़ है। यह बेशकीमती है। पहले वेबसाइट पर डाल दिया और शोर मचा, तो इसे बाद में वेबसाइट से हटा दिया गया।


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