लाखों रुपए की मछली ‘खा’ गई बरसात

By: Aug 19th, 2019 12:30 am

बारिश के चलते फिश फार्म्स में घुसा नदी-नालों का पानी, मछली बीज बहा

बिलासपुर – आफत की बारिश ने मत्स्य विभाग के प्रदेश भर में स्थापित कॉर्प और ट्राउट के फार्मों में जमकर तबाही मचाई। बिलासपुर जिला के दियोली, ऊना के गगरेट, सोलन के नालागढ़ कॉर्प, कुल्लू के हामनी, मंडी के बरोट व चंबा के थल्ला फार्मों में बारिश का पानी मिट्टी संग घुस गया, जिससे विभिन्न प्रजाति की हजारों मछलियों का बीज बह गया है। कॉर्प और ट्राउट फार्मों को लाखों रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। फिलहाल फील्ड स्टाफ को व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद फील्ड से नुकसान की रिपोर्ट संबंधित जिलों के उपायुक्तों के साथ ही मत्स्य निदेशक के माध्यम से राज्य सरकार को प्रेषित की जाएगी। जानकारी के अनुसार शनिवार को दिन के समय ही तेज मूसलाधार बारिश शुरू हो गई और रविवार को प्रदेश भर में खूब कहर बरपाया। बारिश ने मत्स्य विभाग के फार्मों पर भी कहर बरपाया। बिलासपुर जिला के दियोली स्थित कॉर्प फार्म में अली खड्ड का पानी घुस गया, जिससे एक दर्जन से ज्यादा तालाबों में डाला गया हंगेरियन, सुनहरी, कॉमन कॉर्प व अमूर कॉर्प प्रजाति की मछली का बीज बह गया। तालाबों में पानी के साथ मिटटी जमा हो चुकी है, जिसे निकालने का काम चल रहा है। इसके बाद ही रिकार्ड के आधार पर तालाबों में मछली की गणना का कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार सोलन जिला के नालागढ़ में सरसा खड्ड में भयंकर बाढ़ आने से फिश फार्म में पानी घुस गया और प्रायोगिक आधार पर डाली गई जयंती रोहू नामक मछली का बीज बह गया। ऊना के गगरेट स्थित दयोली में स्थापित फिश फार्म में भी ओवरफ्लो होने की वजह से पानी घुस गया और जमकर तबाही बचाई।

सितंबर के बाद वर्किंग में आएगा पतलीकूहल फिश फार्म

कुल्लू जिला के पतलीकूहल फार्म को रिवाइव करने के लिए प्रक्रिया चल रही है। विभाग की मानें तो सितंबर के बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा। पिछले साल यहां बारिश के दौरान करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था, जिसके चलते इस फार्म में वर्किंग बंद कर दी गई थी।


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