शहर डस्टबिन फ्री है, तो खुले में कचरा क्यों

By: Aug 6th, 2019 12:15 am

डीसी हरिकेश मीणा बोले; दो दिन के भीतर सुधारो व्यवस्था, नहीं मानते हैं तो चालान काटकर सिखाओ सबक

हमीरपुर –जब शहर को डस्टबिन फ्री घोषित कर दिया जा चुका है तो लोग खुले में कचरा क्यों फेंक रहे हैं। कहां कमी रह रही है इस बात का पता लगाएं। लोग यदि नहीं मानते हैं, तो सख्त कार्रवाई करते हुए उनका चालान काटकर जुर्माना लगाए। उपायुक्त हरिकेश मीणा सोमवार को विभिन्न विभागों के साथ मीटिंग में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमीरपुर नगर परिषद क्षेत्र में कूड़ा-कचरा एकत्र करने के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी गई है जिसके अंतर्गत घर-घर से कूड़ा उठाने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए शहर में प्रतिदिन तीन बार गाड़ी कूड़ा एकत्र करने के लिए लगाई गई है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों से ठेकेदार के माध्यम से कूड़ा एकत्र किया जा रहा है। यदि कोई खुले में कूड़ा-कचरा फेंकता है, तो ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाएं। इस मामले में किसी भी स्तर पर ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में आवश्यकता पड़ने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। दोषियों के विरुद्ध 500 रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। उन्होंने नगर परिषद कर्मियों व संबंधित ठेकेदारों को दो दिन में व्यवस्था दरूस्त करने के कड़े निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि नगर परिषद अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में अपने कूड़ेदान हैं और उनसे नियमित कूड़ा-कचरा प्राप्त किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विशेष दल गठित कर ऐसे स्थलों पर तैनात करें जहां खुले में कूड़ा फेंकने की संभावनाएं अधिक हों। ऐसे स्थलों पर लोगों को जागरूक करने के लिए स्वयं सेवी युवाओं की भी सहायता ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि शहर को डस्टबिन मुक्त करने के अभियान में स्थानीय निवासियों का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना योगदान दें। उपायुक्त ने सभी विभागों से आग्रह किया कि बरसात में हुए नुकसान की दैनिक रिपोर्ट प्रेषित करना भी सुनिश्चित करें ताकि प्रभावितों को समुचित सहायता प्रदान की जा सके। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त रत्तन गौत्तम, सहायक आयुक्त राजकिशन, उपमंडलाधिकारी डा. चिरंजी लाल सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

दूध की नियमित की जाए जांच

उपायुक्त ने कहा कि जिला में खाद्य पदार्थों सहित विक्रय के लिए लाए जा रहे पैकेट बंद दूध की गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए नियमित तौर पर दूध के पैकेट के नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेजें और गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। जिला में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है और शैक्षणिक संस्थानों में पेयजल भंडारण टैंकों की साफ-सफाई का कार्य 31 जुलाई तक पूर्ण कर लिया गया है। खनन विभाग द्वारा जुलाई माह में जिला में अवैध खनन के 21 मामलों में चालान काटे गए हैं।


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