हिमकेयर, आयुष्मान में किडनी ट्रांसप्लांट

By: Aug 23rd, 2019 12:03 am

शिमला – किडनी ट्रांसप्लांट की व्यवस्था को अब प्रदेश सरकार हिमकेयर और आयुष्मान योजना में शामिल करेगी। सराकर गरीब परिवार के पहले दस किडनी रोगियों के ट्रांसप्लांट के लिए आने वाले चार लाख रुपए तक का खर्चा उठाएगी। यह बात स्वास्थ्य मंत्री वीपिन परमार ने विधानसभा में आईजीएमसी में  गुर्दा प्रत्यारोपण सुविधा प्रदान करने को लेकर अपने वक्तव्य में कही। परमार ने कहा कि इस समय प्रदेश में लगभग 1200 लोग किडनी रोग से ग्रसित हैं। इसमें से लगभग 500 रोगियिं का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाना है। बहुत से लोग किडनी की बीमारी से पीडि़त हैं। इसका मुख्य कारण उच्च रक्तचाप और मधुमेह है। मंत्री ने बताया कि आज से पहले लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए पहले लोगों को पीजीआई या एम्स में जाना पड़ता था, लेकिन मुख्यमंत्री के सफल प्रयासों के कारण अब यह सुविधा आईजीएमसी में शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने वर्ष 2018 में आईजीएमसी में गुर्दा प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया। यह सेवा शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने एम्स के सर्जिकल यूनिट के प्रोफेसर और प्रमुख से गुर्दा प्रत्यारोपण करने के लिए सहयोग की बात कही। एम्स की टीम ने शिमला में आकर इस काम को शुरू करने का रोडमैप तैयार किया। इसमें डायलिसिस यूनिट के साथ तीन बिस्तर वाला गुर्दा प्रत्यारोपण आईसीयू बनाया गया। इसके बाद 12 अगस्त को दो मरीजों की सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। यह काम एम्स की सातसदस्यीय टीम की देखरेख में किया गया।

प्रक्रिया भी आसान

किडनी स्कैंडल के बाद सख्त कानून के चलते सरकार ने गुर्दा प्रत्यारोपण की सारी औपचारिकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया को भी आसान बना दिया है। लोगों को इसके लिए लंबी प्रक्रिया से न गुजरना पडे इसके लिए आईजीएमसी में ही सारी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया जाएगा। शपथ पत्र से लेकर सभी तरह के टैस्ट हेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आगे भी एम्स के डाक्टरों की देखरेख में किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन किए जाएंगे।


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