समाधि से बाहर आया वांगडोर का शरीर
लामा की आत्मिक शांति को 49 दिन तक चलेगी पूजा
रिवालसर – देश-विदेशों में विख्यात रहे जिगर बौद्ध मंदिर रिवालसर के प्रमुख लामा वांगडोर रिंपोछे उर्फ ओंगदू का शरीर एक सप्ताह से ज्यादा समय तक समाधि में लीन रहने के बाद बाहर आ गया है। लामा के शरीर को अब महान गुरु पद्मसंभव मूर्ति स्थित जिगर बौद्ध मंदिर में आम जनता के दर्शन के लिए रख दिया है। लामा की प्रिय शिष्य लीना, अनी केलसंग तथा याप मिनचुंग दोरजे ने जानकारी देते हए बताया कि लामा अपना शरीर त्याग चुके कर हैं तथा उनकी आत्मा की शांति को लेकर 49 दिन तक प्रातः आठ से सायं पांच बजे तक पूजा अर्चना चलती रहेगी। 49 दिन पूरे होने के बाद उनका दाह संस्कार बौद्ध धर्म के विधिविधान अनुसार किया जाएगा। हैरत की बात है कि अभी भी लामा के शरीर को बर्फ या किसी कैमिकल का सहारा नहीं दिया गया है तथा शरीर पूरी तरह से सुरक्षित बताया गया है। वहीं, लामा के दर्शन को लेकर देश- विदेशों से उनके हजारों अनुयायियों तथा क्षेत्र के लोगों के आने-जाने का तांता रिवालसर में लगा है। लामा के लिए बौद्ध मंदिर में विशेष पूजा पाठ चला हुआ है। सिद्ध पुरुष के रूप में माने जाने वाले लामा वांगडोर रिंपोछे का नाम हिंदू एवं बौद्ध धर्म के लोग आज भी बड़े आदर एवं श्रद्धा के साथ लेते हैं।
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