थम गया चुनावी शोर

By: Oct 20th, 2019 12:06 am

शिमला – धर्मशाला और पच्छाद में होने वाले उपुचनाव के लिए प्रचार शनिवार को थम गया है। दो सीटों पर कब्जा जमाने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी। ऐसे में अब सिर्फ रविवार को प्रत्याशी डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे, जबकि रैलियां और जनसभाएं नहीं हो सकेंगी। अब मतदान सोमवार सुबह आठ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक होगा। अब तक हुए प्रचार के दौरान कांग्रेस और भाजपा के धुरंधरों ने खूब पसीना बहाया। हालांकि जीत और हार का फैसला 24 अक्तूबर को होना है, लेकिन भाजपा इस उम्मीद में हैं कि दोनों सीटें पार्टी की झोली में ही आएगी। भाजपा की बात करें, तो सरकार और संगठन ने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दोनों विधानसभा क्षेत्रों में चार-चार चुनावी रैलियों को संबोधित किया। यानी कुल मिलाकर उन्होंने इस उपचुनाव के लिए आठ चुनावी रैलियों को संबोधित किया। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार ने भी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रेम कुमार धूमल ने पच्छाद में दो और धर्मशाला में भी दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया, जबकि पूर्व सांसद शांता कुमार धर्मशाला विधानसभा में ही डटे रहे। इसी तरह से सरकार के मंत्रियों ने भी जमकर प्रचार किया। दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने छोटी-बड़ी 25 जनसभाओं को संबोधित किया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक आशा कुमारी, प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष विप्लव ठाकुर, कौल सिंह ठाकुर, कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी गुरकिरत सिंह कोटली सहित अन्य नेताओं ने ही प्रचार का जिम्मा संभाला। हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के केंद्रीय नेताओं की रैलियां होंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहां तक कि केंद्र में सत्तासीन पार्टी भाजपा की ओर से भी कोई स्टार प्रचारक नहीं आए और न ही केंद्रीय मंत्रियों की रैलियां हुईं। यहां पर सिर्फ सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार, मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, विपिन सिंह परमार, सरवीण चौधरी व नरेंद्र बरागटा सहित पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों ने प्रचार किया।

दोनों सीटों पर 12 उम्मीदवारः कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से इस बार भी कांग्रेस के गंगूराम मुसाफिर मैदान में हैं। यह उनका 10वां चुनाव होगा। यानी 2012 और 2017 के चुनाव में वह लगातार दो चुनाव हार चुके हैं। उससे पहले वह लगातार सात बार चुनाव जीत कर आए। इस बार वह उपचुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि पच्छाद से ही भाजपा की रीना कश्यप, धर्मशाला से भाजपा के विशाल नैहरिया और कांग्रेस के विजय इंद्र करण पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह से दो सीटों पर 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। हालांकि असली लड़ाई कांग्रेस और भाजपा में है, लेकिन कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी खेल बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोडें़गे। पच्छाद में पांच उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से कुल सात उम्मीदवारों में जंग होगी।

202 पोलिंग स्टेशन ः धर्मशाला और पच्छाद में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए 202 पोलिंग स्टेशन पर मतदान होगा। पच्छाद में 113 और धर्मशाला में 89 पोलिंग स्टेशन हैं। हालांकि धर्मशाला में 88 पोलिंग स्टेशन हैं, लेकिन एक बूथ बुजुर्गों के लिए स्थापित किया गया है। धर्मशाला में कुल 89 पोलिंग स्टेशन में से 10 संवेदन और चार अतिसंवेदनशील बूथ हैं, जबकि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में कुल 113 पोलिंग स्टेशन में से, जिसमें 13 संवेदनशील स्टेशन हैं। यहां पर अतिसंवेदनशील पोलिंग स्टेशन नहीं हैं। धर्मशाला में कुल 82 हजार 62 मतदाता हैं, जिनमें 41 हजार 943 पुरुष, 40 हजार 119 महिला, 923 पुरुष सर्विस वोटर्स और 54 महिला सर्विस वोटर्स हैं। पच्छाद में कुल 74 हजार 452 मतदाता हैं। जिसमें 38 हजार 283 पुरुष और 36 हजार 169 महिला हैं। इसमें सामान्य पुरुष 37 हजार 717 और 36 हजार 159 महिला वोटर्स हैं, जबकि सर्विस वोटर्स में 566 पुरुष और 10 महिला मतदाता शामिल हैं। यहां 18 और 19 वर्षीय मतदाताओं की संख्या 3135 हैं।


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