वैरिकोज वेन्‍स की समस्‍या

By: Oct 5th, 2019 12:18 am

वैरिकोज वेन्स एक बहुत ही आम समस्या है, जिसमें पैरों की नसें एक जगह पर इकठ्ठी हो जाती हैं और त्वचा के नीचे से साफ  दिखाई देने लगती हैं। जब पैरों की नसों में मौजूद वॉल्व कमजोर हो जाते हैं, तो नसें कमजोर होकर फैलने लगती हैं या फिर ऐंठ जाती हैं, इसे वैरिकोज वेन्स की समस्या कहते हैं…

शरीर की कई बीमारियों का इलाज आप घर पर ही कर सकते हैं। डाक्टर की एलोपैथिक दवाइयां कोई न कोई साइड इफेक्ट जरूर करती हैं। इसलिए यदि ज्यादा गंभीर बीमारी न हो, तो आप अपना इलाज घर की आयुर्वेदिक दवाओं से भी कर सकते हैं। वैरिकोज वेन्स एक बहुत ही आम समस्या है, जिसमें पैरों की नसें एक जगह पर इकठ्ठी हो जाती हैं और त्वचा के नीचे से साफ  दिखाई देने लगती हैं। जब पैरों की नसों में मौजूद वॉल्व कमजोर हो जाते हैं, तो नसें कमजोर होकर फैलने लगती हैं या फिर ऐंठ जाती हैं, इसे वैरिकोज वेन्स की समस्या कहते हैं। पैरों की नसों में यह वॉल्व पैरों से रक्त को नीचे की ओर से ऊपर ले जाने का काम करते हैं, लेकिन इन वॉल्व के खराब हो जाने की वजह से रक्त ऊपर की ओर नहीं चढ़ पाता और पैरों में ही जम जाता है। यह समस्या ज्यादातर पैरों में ही होती है। एक अनुमान के अनुसार वैरिकोज नसों की समस्या से 25 फीसदी महिलाएं और 10 फीसदी पुरुष प्रभावित होते हैं। वैसे तो यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, लेकिन ज्यादातर जांघों और टांगों में दिखाई देती है। इससे पैरों में दर्द, सूजन, जलन, बेचैनी, झुनझुनाहट या भारीपन का एहसास होता है। आपको यह तब होता है, जब आप लंबे समय तक लगातार खड़े होने वाले काम करें, आनुवंशिकता कब्ज, मोटापा, हार्मोन परिवर्तन। वैरिकोज वेन्स को ठीक करने के लिए मेडिकल और सर्जिकल उपचार भी उपलब्ध हैं, लेकिन वो काफी महंगे होते हैं। इस तकलीफ  से आराम पाने के लिए आप चाहें, तो घरेलू उपचार का सहारा ले सकते हैं।

एप्पल साइडर वेनिगर

यह शरीर की सफाई करने वाला प्राकृतिक उत्पाद है और रक्त प्रवाह और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है। इससे नियमित रूप से अपने पैरों की मालिश करें। इस विधि को रात में सोने से पहले और उठने के बाद  फिर करें। कुछ महीनों तक ऐसा करने से आपकी नसें ठीक हो सकती हैं। दूसरे उपचार के लिए आप चाहें तो एक गिलास पानी में दो चम्मच वेनिगर को मिलाकर पिएं। इस मिश्रण को दिन में दो बार पिएं और लाभ देखें।

जैतून का तेल

जैतून के तेल की मालिश से रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद मिलती है, इससे दर्द और सूजन कम होता है। जैतून के तेल में विटामिन ई तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर उसे थोड़ा सा गर्म कर लें। इस गर्म तेल से नसों की मालिश कुछ दिनों तक या एक से दो महीने के लिए करें।

लहसुन

लहसुन रक्त वाहिकाओं में हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालने और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है। छह लहसुन की कली कूट कर एक साफ  जार में डाल लें। तीन संतरे का रस लेकर उसे जार में मिलाएं। फिर इसमें जैतून का तेल मिलाएं। इस मिश्रण को 12 घंटे के लिए रख दें। फिर इस मिश्रण से कुछ बूंदों को हाथों पर लेकर 15 मिनट के लिए सूजन वाली नसों पर मालिश करें। इस पर सूती कपड़ा लपेट कर रात भर के लिए छोड़ दें। इस उपाय को कुछ महीनों के लिए नियमित रूप से दोहाराएं।

लंबे समय तक न बैठें

अगर आप को आफिस में लंबे समय तक बैठना है, तो कोशिश करें कि बीच में थोड़ा सा ब्रेक ले कर चल लें।

 

 

 


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