हिमाचल अकादमी के साहित्य पुरस्कारों की घोषणा

By: Oct 26th, 2019 12:01 am

शिमला  – हिमाचल अकादमी के साहित्य पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। प्रदेश मुख्यमंत्री, अध्यक्ष अकादमी द्वारा हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के वर्ष 2015, 2016 व 2017 के साहित्य पुरस्कार घोषित कर दिए गए हैं। यह जानकारी अकादमी के सचिव डा. कर्म सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि कार्यकारी परिषद की बैठक छह जून, 2015 में साहित्य पुरस्कारों पर कार्रवाई का निर्णय लिया गया था। अकादमी सचिव डा. कर्म सिंह ने कहा कि साहित्य पुरस्कार योजनानुसार  27 अगस्त, 2018 को सचिव, भाषा-संस्कृति की अध्यक्षता में संवीक्षण समिति द्वारा वर्ष 2012-14 और 2015 तथा 2016 में प्रकाशित पुस्तकों का समीक्षार्थ चयन किया गया।  मुख्यमंत्री की स्वीकृति से तीन निर्णायकों के पैनल से पुस्तकों की नियमानुसार समीक्षा करवाई गई। मुख्यमंत्री, अध्यक्ष अकादमी द्वारा मैरिट के आधार पर साहित्य पुरस्कारों की स्वीकृति प्रदान की गई और वर्ष 2012 से 2016 तक की अवधि में प्रकाशित पुस्तकों के लिए कुल आठ पुरस्कार विवरणानुसार घोषित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें  हिंदी साहित्य का गद्य पुरस्कार (कहानी, नाटक, उपन्यास)-2015 ‘डेंजर जोन’ (उपन्यास) पुस्तक के लिए – बद्री सिंह भाटिया हिंदी साहित्य का कविता पुरस्कार-2015 ‘तुम ही तो थे’ पुस्तक के लिए डा. इंद्र सिंह ठाकुर, हिंदी साहित्य का विविध विधा पुरस्कार-2015 ‘एक हिमालयी चरवाहे की आध्यात्मिक यात्रा’ पुस्तक के लिए विद्यासागर नेगी, संस्कृत साहित्य पुरस्कार-2015, शीषालग्राम चरितम पुस्तक के लिए केशवराम शर्मा, हिंदी साहित्य का कविता पुरस्कार-2016 ‘मैं नदी होना चाहती हूं’ पुस्तक के लिए सरोज परमार पहाड़ी साहित्य पुरस्कार-2016 ‘अक्खर-अक्खर जुगनू’ पुस्तक के लिए चंद्ररेखा डढवाल, उर्दू साहित्य पुरस्कार-2016 ‘दरिया-दरिया साहिल साहिल’ पुस्तक के लिए जाहिद अबरोल, हिंदी साहित्य का गद्य पुरस्कार (कहानी, नाटक, उपन्यास)-2017 ‘एक थी रानी खैरागढी’ पुस्तक के लिए डा. गंगाराम राजी पुरस्कृत साहित्यकारों को इक्यावन हजार रुपए की राशि, अंग वस्त्र, प्रमाणपत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है। सचिव अकादमी डा. कर्म सिंह ने बताया कि 2012-2014, 2015 तथा 2016 में प्रकाशित पुस्तकों पर साहित्य पुरस्कार घोषित कर दिए गए हैं और ये वर्ष 2015, 2016 और 2017 के साहित्य पुरस्कार हैं। वर्ष 2017 में प्रकाशित पुस्तकों पर पुरस्कार दिए जाने की प्रक्रिया जारी है और 2018 में प्रकाशित पुस्तकों की प्रविष्टियां 31 अक्तूबर, 2019 तक विचारार्थ आमंत्रित की गई हैं।

जल्द घोषित होगा शिखर सम्मान

सचिव अकादमी ने बताया कि हर वर्ष के पुरस्कारों में हिंदी की तीन विधाओं के अतिरिक्त संस्कृत, पहाड़ी, उर्दू, अंग्रेजी भाषा में लिखित पुस्तकों सहित कुल सात पुरस्कार शामिल हैं, परंतु तीन वर्षों के इन घोषित साहित्य पुरस्कारों में विधाओं और भाषाओं में पर्याप्त प्रविष्टियां प्राप्त नहीं हो पाईं। जिन विधाओं और भाषा में कम पुस्तकें प्राप्त हुई थीं, उन्हें नियमानुसार अगले वर्ष में विचारार्थ शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अकादमी द्वारा दिए जाने वाले शिखर सम्मान, कला सम्मान, स्वैच्छिक संस्था सम्मान के लिए भी कार्रवाई की जा रही है और शीघ्र ही ये सम्मान भी घोषित कर दिए जाएंगे।


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