ओकओवर में नए प्रदेशाध्यक्ष पर मंथन

By: Nov 14th, 2019 12:02 am

दो घंटे तक चली बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी लंबी चर्चा

शिमला – मुख्यमंत्री आवास ओकओवर में मंत्रिमंडल विस्तार और भाजपा की सरदारी का रोडमैप तैयार किया गया। इसमें भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के संभावित चेहरों पर मंथन हुआ। इसके अलावा मंत्रिमंडल के विस्तार व फेरबदल को लेकर चर्चा हुई। बोर्ड तथा निगमों में चेयरमेन-वाइस चेयरमैन की ताजपोशी पर भी रणनीति बनाई गई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में दो घंटे तक चली बैठक में संगठन पदाधिकारियों के अलावा आरएसएस के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती तथा संगठन मंत्री पवन राणा के अलावा संघ के प्रांत प्रचारक संजय कुमार और भाजपा के मामलों को देख रहे संघ पदाधिकारी वीरेंद्र सिपहिया बैठक में उपस्थित रहे। ओकओवर में सभी पदाधिकारी बुधवार सुबह 10 बजे के आसपास पहुंच गए। इसके बाद 11 बजे आरंभ हुई बैठक दोपहर एक बजे तक चली। गहन मंत्रणा के बाद इन पदाधिकारियों का लंच भी ओकओवर में हुआ। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संघ-संगठन तथा सरकार की संयुक्त बैठक में दो साल के कामकाज की समीक्षा भी की गई। बैठक का प्रमुख एजेंडा संगठनात्मक चुनावों से जुड़ा था। इस कारण पांच सदस्यीय कमेटी ने सबसे पहले भावी प्रदेशाध्यक्ष का चेहरा तलाशना आरंभ किया। इस दौरान जातीय समीकरणों से लेकर क्षेत्रीय संतुलन बिठाए जाने के तर्क दिए गए। जाहिर है कि जयराम मंत्रिमंडल में ज्यादातर मंत्री राजपूत हैं। इस कारण भाजपा का नया प्रदेशाध्यक्ष गैरराजपूत बनाए जाने पर सहमति के आसार बने। इसके बाद संगठन में काम कर रहे पदाधिकारियों को सरकार में एडजस्ट करने पर भी बातचीत हुई। इसके चलते यह रणनीति तैयार की गई कि बोर्ड-निगमों में कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किया जाएगा। खासकर चुनावों में पसीना बहाने वाले पार्टी वर्करों को किसी न किसी रूप में सरकार के साथ जोड़ने की सहमति बनी है। बैठक में मंत्रिमंडल के विस्तार तथा फेरबदल को लेकर भी बातचीत हुई है। हालांकि बैठक का पूरी तरह से एजेंडा संगठनात्मक चुनावों पर था। बावजूद इसके संघ तथा संगठन की इस मसले पर भी फीडबैक ली गई।

संभावित अध्यक्ष

भाजपा का अगला अध्यक्ष दलित या ब्राह्मण हो सकता है। इसके लिए पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप या एचपीएमसी के वाइस चेयरमैन राम सिंह की लॉटरी लग सकती है। पार्टी प्रवक्ता रणधीर शर्मा तथा राजीव भारद्वाज का नाम भी अध्यक्ष पद की दौड़ में है। सांसद किशन कपूर भी भाजपा के लिए विकल्प मौजूद हैं।

मंत्री पद के दावेदार

मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नुरपूर के विधायक राकेश पठानिया का नाम सबसे ऊपर है। चीफ व्हीप नरेंद्र बरागटा भी रेस में हैं। हालांकि अब मंत्रिमंडल में एक ही राजपूत को जगह मिल सकती है। इस सूरत में दूसरा चेहरा चंबा जिला से बिक्रम जरयाल या विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल का हो सकता है। इसके अलावा सुखराम चौधरी तथा रमेश धवाला के नामों के कयास लग रहे हैं।


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