किसानों की आय दोगुना करेंगे बांस

By: Nov 25th, 2019 12:01 am

नौणी – किसानों की आय बढ़ाने के लिए बांस की खेती अहम भूमिका निभा सकती है। इसके लिए डा. यशवंत सिंह परमार बागबानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिक दिन-रात प्रयासरत हैं। नौणी विवि के डिपार्टमेंट ऑफ सिल्विकल्चर एंड एग्रोफोरेस्ट्री इस ओर गत 15 वर्षों से कार्य कर रहा है। इससे न केवल बांस की विभिन्न प्रजातियों को विकसित करने में मदद मिलेगी, बल्कि किसानों की आय को दोगुना भी किया जा सकेगा।॒देश भर में किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लिए कई तरह के प्रयत्न किए जा रहे हैं।  इसमें सरकार व देश भर कृषि वैज्ञानिक रात-दिन इसके लिए प्रयासरत हैं। ऐसे में नौणी विवि के वैज्ञानिकों की मानें, तो किसानों की आय को बढ़ाने मे बांस की विभिन्न प्रजातियों की भी अहम भूमिका हो सकती है। बता दें कि बांस एक ऐसा पौधा है, जिसके दुनिया में प्रंदह सौ से अधिक इस्तेमाल है, जिसमें मुख्य रूप से आजकल इसे पेपर इंडस्ट्री, फ्लोर मेकिंग के अलावा आचार जैम चटनी आदि के लिए भी भारी मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं वैज्ञानिकों की मानें, तो अन्य फसलों के अलावा किसान बांस इन प्रजातियों को उगा कर अपनी आय को बढ़ा सकता है। डा. यशवंत सिंह परमार नौणी विवि के सिल्वीकल्चर एंड एग्रोफोरस्ट्री विभाग के वैज्ञानिक डा. डीआर भरद्वाज ने बताया कि नौणी विवि के डिर्पाटमेंट ऑफ सिल्विकल्चर एंड एग्रोफोरस्ट्री में वर्ष 2004 से बांस की विभिन्न प्रजातियों पर मुख्य रूप से कार्य करना आरंभ किया था। इसके तहत विभाग द्वारा देश के विभिन्न राज्यों व देश के बाहर पैदा होने वाली बांस की मुख्य प्रजातियों को विवि में लगा कर उन पर टेस्ट किया गया, जिसके तहत यह पाया गया कि हिमाचल के निचले क्षेत्र मे अच्छी तरह से कारगर सिद्ध होने वाली प्रजातियां बेंबूसा वालकोवा, बेंबूसा अरूनडिंसिया, वहीं मध्य पर्वीय क्षेत्रों में उपयुक्त पाए जाने वाली प्रजातियां में बेंबूसा वालकोवा, डेंड्रोक्लोमस गगंटीयस, डेंड्रोक्लोमस एसपर आदि बांस की वे प्रजातियां हैं, जिन्हें लगाकर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।


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