कुल्लू के किसानों को 730 क्विंटल मटर बीज

By: Nov 19th, 2019 12:20 am

इंद्रदेव के साथ ही विभाग ने भी दी सौगात, कामकाज में जुटे किसान

भुंतर –स्वाद के मामले में देश भर की मंडियों की पसंद माने जाने वाले कुल्लू के हरे मटर की बिजाई में किसान जुट गए हैं। पिछले साल मौसम के सताए कुल्लू के किसानों को इस साल इंद्रदेव ने बड़ी राहत दी है तो लहसुन के बजाय किसानों ने मटर को उगाने का मन बनाया है। आसमान से बरसी राहत के बाद मटर उत्पादक खेत-खलिहानों मंे जुट गए हैं, तो मौके की नजाकत को भांप कृषि महकमा भी एकाएक सक्रिय हो गया है और किसानों के लिए अतिरिक्त बीज उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है। लिहाजा, इस बार बेहतर उत्पादन की उम्मीद ज्यादा नजर आने लगी है। जानकारी के अनुसार कई सालों के बाद मटर उत्पादकों के लिए अनुकूल मौसम आया है। किसान मटर के बीज के लिए बाजार को निकल पड़े हैं, तो कृषि विभाग के केंद्रों के जरिए भी बीज की खरीददारी कर रहे हैं। दूसरी ओर कृषि विभाग ने किसानों की डिमांड को पूरा करने के लिए फील्ड टीम को अलर्ट कर दिया है और बीज समय पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। मटर के साथ गेहूं का बीज भी किसानों को विभाग सस्ती दरों पर प्रदान कर रहा है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो किसानों के लिए इस बार 730 क्विंटल मटर की आजाद पी-1 किस्म का बीज जिला में पहुंच चुका है और यह प्रसार केंद्रों के जरिए किसानों को दिया जा रहा है। वहीं गेहूं के 1300 क्विंटल बीज की डिमांड इस बार भेजी गई थी और इसमें से 980 क्विंटल गेहूं जिला में पहुंच चुका है और किसानों को सस्ते दाम पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। विभागीय विशेषज्ञों की मानें तो कुल्लू मंे हर साल औसतन 1500 हेक्टेयर जमीन पर मटर की खेती होती है और करीब 50-60 करोड़ की आमदनी किसानों को इससे होती है। हालांकि पिछले कुछ सालों से किसानों को मौसम ने खूब सताया है। कुल्लू के कृषि विभाग के उपनिदेशक राजपाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 650 क्विंटल बीज पहले मंगवाया था, जो वितरित किया गया है। अब 120 क्विंटल मटर का और बीज भी आ चुका है और विभिन्न विक्रय केंद्रों को भेजा गया है।


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