कोठों के मानव-मंदिर में हाइड्रोथैरेपी पूल शुरू

By: Nov 16th, 2019 12:20 am

नौणी – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने कहा कि कोठों स्थित मानव-मंदिर वास्तविक अर्थों में मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी जैसे गंभीर रोग से पीडि़त व्यक्तियों के लिए विश्वास और संबल का प्रतीक बनकर उभरा है। डा. सहजल शुक्रवार को सोलन जिला के कोठों स्थित मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी केंद्र, मानव-मंदिर में हाइड्रोथैरेपी पूल के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। डा. सहजल ने कहा कि सामाजिक कार्य ही मानवता की वास्तविक सेवा हैं और सामाजिक कार्यों के माध्यम से हमें सही अर्थों में सुख की अनुभूति प्राप्त होती है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि मानव मंदिर जैसी संस्था को समयदान दें, ताकि पीडि़त मानवता की सेवा के प्रयासों को संबल मिल सके। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि ऐसे प्रयासों के लिए अंशदान भी करें। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी से पीडि़त रोगियों को यदि समय पर फिजियोथैरेपी की बेहतर सेवाएं प्राप्त हों तो उनके दैनिक जीवन में सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी पुनर्वास केंद्र कोठों विशेष रूप से सहायक सिद्ध हो रहा है। सहकारिता मंत्री ने मानव-मंदिर परिसर में सभी उपकरणों की जानकारी प्राप्त की और मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के रोगियों से बातचीत की। शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि अनेक चुनौतियों का सामना कर मानव-मंदिर से जुड़े व्यक्तियों ने इस परिकल्पना को पूरा किया है। उन्होंने संस्थान द्वारा पीडि़त मानवता की सेवा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से मानव-मंदिर को पांच लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की


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