जीडीपी गणना आधार वर्ष 2017-18 बनाना घातक
नई दिल्ली –कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि सरकार का सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी की गणना का आधार वर्ष बदलकर 2017-18 करने का इरादा गलत है। देश की अर्थव्यवस्था के लिए उसे ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए। श्रीरमेश ने ट्वीट किया, अगर सरकार जीडीपी गणना के लिए नया आधार वर्ष 2017-18 को बनाना चाहती है, तो उसका वह विचार घातक है। नोटबंदी तथा वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) को लागू करने की यही अवधि रही है। इसलिए इस गणना के लिए इसे आधार वर्ष बनाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा सिर्फ जीडीपी को बढ़ाना लग रहा है और उसे अर्थव्यवस्था की चिंता नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि खबरों के अनुसार, सरकार की 2011-12 की बजाय 2017-18 को जीडीपी गणना का नया आधार वर्ष बनाने की योजना है। श्रीरमेश ने कहा कि अगर सरकार को आधार वर्ष बदलना ही है, तो उसे 2017-18 की बजाय इसे 2018-19 बनाना चाहिए। वर्ष 2017-18 को आधार वर्ष घोषित नहीं करने के पीछे उनका तर्क है कि देश में नवंबर 2016 में नोटबंदी की गयी थी और 30 जून, 2017 को जीएसटी लागू किया गया था।
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