दूसरों को रोशन करने वाले ,खुद अंधेरे में

By: Nov 23rd, 2019 12:20 am

सैंज घाटी के तीन गांवों में दशकों बाद भी उजाला नहीं,बिना लाइट अंधेरे में जीवन गुजार रहे ग्रामीण

सैंज भले ही सैंज घाटी की विद्युत परियोजनाओं ने राष्ट्र को दुधिया रोशनी देकर चमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।  लेकिन हैरानी इस बात की है कि घाटी के तीन के करीब गांवों के लोगों ने अभी तक उजाला नहीं देखा। ग्रामीण इस आधुनिकता के दौरे में आदिमानव जैसा जीवन यापन करने को मजबूर हैं। हालांकि इन गांवों की कहानी से हिमाचल सरकार ही नहीं केंद्र सरकार भी बाकिफ  है। लेकिन इस बावजूद भी इन गांवों को दुधिया रोशनी से क्यों नहीं रोशन किया जा रहा है, यह अटपटा सवाल ही नहीं बल्कि चिंता का विषय बना है। हैरानी तो इस बात की है कि यहां के लोगों का अपने मताधिकार का प्रयोग कर सरकार बनाने में भी अहम योगदान रहता है। उसके बावजूद भी लोगों की समस्याओं को दरकिनार करना ग्रामीणों के साथ किसी बड़े अन्याय से कम नहीं है। एक ओर रैला पंचायत में राष्ट्र जल विद्युत परियोजना 800 मेगावाट देश को रोशन करने के लिए तैयार हैं। वही रैला पचायत के तीन गांव भाटकंडा, कुंडर, मझान आज भी बिजली नहीं है। यह लोग  आदिवासियो ंकी तरह जीवन यापन पर रहे हैं। उधर, भाटकंडा  गांव में भगवान लक्ष्मी नारायण के 22 बीघो भाटकंडा मैदान को देखने के लिए पर्यटकों का आना जाना शुरू हो गया है । लेकिन बिजली, पानी, सड़क की पर्याप्त सुविधा न होने के कारण निराश होकर लौटना पड़ता है। ग्रामीण रती राम, केहर सिंह, सुनील रेलु, धनी राम, कैलाश, भादर सिंह, छापे राम नेगी, दौलत राम, खेबे राम, खीमी राम, सब्जा चंद, एले राम, महिंद्र सिंह,  जितेंद्र धामी, जगदीश, दीनानाथ, श्याम चंद, शिवदयाल, कुंजलाल, गिराधारी लाल, मोती राम, गेहर सिंह, कुंडर मझान निवासी संगत राम, बेली राम कारदार, ठाकर दास, नरायण सिंह, तीर्थ राम, जय चंद, केहर सिंह, काहन चंद, यान सिंह वार्ड  सदस्य मझान का कहना है कि आजादी के बाद लगभग संपूर्ण हिमाचल प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, की सुविधा हर क्ष्रेत्र में पहुंच गई है, परंतु हमारे गांव मंे आज दिन तक बिजली, पानी, सड़क का आभाव है। जिससे यहां आने वाले पर्यटक भी निराश होकर चले जाते हंै।  लोगों का कहना है कि उनकी घाटी में सरकार ने विद्युत परियोजनाएं खोलने के लिए अनुमति दी, लेकिन विद्युत परियोजनाओं से इन गांवों को रोशन करना भूल गई है। ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके गांवों को दुधिया रोशनी से जगमगाने का सपना पूरा कर लें। इस संदर्भ में  राज पराशर एसडीओ बिजली बोर्ड लारजी का कहना है कि रैला पंचायत के भाटकंडा, कुंडर, मझान जल्द बिजली से जोड़ा जाएगा। इसके लिए टैंडर अवार्ड कर दिए हैं। जल्द कार्य शुरू होगा।


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