नौवीं से सिलेबस में पढ़ाया जाए समाज शास्त्र

By: Nov 29th, 2019 12:20 am

हरियाणा के गुरुग्राम की द्रोणाचार्य यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में बोले विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज

चंबा – विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने गुरुवार को द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय गुरुग्राम हरियाणा में भारत वर्ष में समाज शास्त्र के सौ वर्ष विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता की। इस संगोष्ठी का आयोजन द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय के समाज शास्त्र विभाग और नार्थ वेस्ट इंडियन सोशियोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा किया गया। संगोष्ठी में भारत वर्ष और भारत के बाहर सामाजिक बदलाव के परिदृश्य में समाज शास्त्र की उपयोगिता पर भी विस्तार से चर्चा की गई। हंस राज ने समाज शास्त्र को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने के लिए इसका अध्ययन नौवीं कक्षा से ही आरंभ करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में नौवीं कक्षा में समाज शास्त्र को सम्मिलित किया जाना चाहिए। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि समाज शास्त्र, समाज को समझने का विज्ञान है। और आज के दौर में इसका महत्त्व और भी बढ़ गया है। उन्होंने बदलती हुई समाजिक संस्थाओं में भौतिकवाद की दौड़ की स्थिति में सामाजिक मूल्यों के संरक्षण पर भी विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर नॉर्थ वेस्ट इंडियन सोशियोलॉजिकल एसोसिएशन के महासचिव प्रो. मोहिंद्र सलारिया ने समाज शास्त्र के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में समाज शास्त्र के अध्ययन का महत्त्व और भी बढ़ गया है। पिछले 100 वर्षों में भारत में समाज शास्त्र में व्यापक स्तर पर शोध किया गया है। संगोष्ठी में श्रीलंका, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, ईरान और भारत के प्रख्यात समाज शास्त्रियों ने हिस्सा लिया।


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