‘माइग्रेन’ से पीडि़त व्यक्ति का रखें हमेशा खास ध्यान

By: Nov 12th, 2019 12:06 am

हमारी जिंदगी में कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब हम घिसे-पिटे या ऐसे सवाल करते हैं जो हमें तो स्वाभाविक लगते हैं, लेकिन पहले से ही परेशान सामने वाले व्यक्ति को और अधिक परेशान कर देते हैं। ऐसी ही परिस्थितियों में से एक है माइग्रेन, जिसमें व्यक्ति अनचाहे सरदर्द के कारण पहले से ही परेशान होता है और हमारे सवालों की बौछार उसे राहत देने की बजाय काम को बिगाड़ ही देती हैं। माइग्रेन एक ऐसा रोग है, जिसमें सरदर्द तो गाहे-बगाहे सामने आता ही है, कई बार यह दिन में तारे दिखने की कहावत को भी सही कर देता है। ऐसे वक्त में मरीज को बस बिना किसी शोर-शराबे के शांति के अलावा किसी और की तलाश नहीं होती।

अगर ये लक्षण हैं, तो समझिए माइग्रेन है

ऐम्स, दिल्ली के डा. नबी दार्या वली के मुताबिक, माइग्रेन एक प्रकार का ऐसा सिरदर्द है, जिसमें सिर के दोनों या एक ओर रुक-रुक कर भयानक दर्द होता है। यह मूल रूप से न्यूरोलॉजिकल समस्या है। माइग्रेन के समय दिमाग में खून का संचार बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को तेज सिरदर्द होने लगता है। माइग्रेन की पीड़ा 2 घंटे से लेकर कई दिनों तक बनी रहती है। जब किसी व्यक्ति को माइग्रेन का अटैक आता है तो उसकी आवाज लड़खड़ाने लगती है, वह वक्त, दुनिया का होश गंवा देता है।

सामाजिक जीवन पर भी पड़ता है असर

माइग्रेन का असर सामाजिक जीवन पर भी पड़ता है क्योंकि आपको माइग्रेन अटैक के डर से दोस्तों, परिजनों के साथ कहीं बाहर पार्टी के लिए जाने से साफ इनकार कर देना पड़ता है। आप देर रात तक जाग नहीं सकते।

इन सवालों से मरीज को न करें परेशान

अरे जरा सा सरदर्द है, चला जाएगा

ऐसा कतई नहीं है। यह नियमित सरदर्द से बहुत अलग है। कई बार इसकी शुरुआत आंखों के सामने तारे या अंधियारा छाने जैसे लक्षणों के साथ होती है और आप जिस ओर भी देखते हैं। आपको बीच-बीच में काले धब्बे दिखाई देने लग जाते हैं। उसके बाद शुरू होता है असहनीय सरदर्द का दौर, जिसमें आपको उल्टी करने की इच्छा होने लगती है।

भई, क्या दिन भर सोते रहते हो!

माइग्रेन का सरदर्द एक या दो घंटे में नहीं जाता। कई बार तो माइग्रेन अटैक का असर दो-तीन दिन तक कायम रहता है।

बाहर चलकर कुछ खा लो, अच्छा लगेगा

माइग्रेन के हमले के दौरान असहनीय सरदर्द से निजात पाने के लिए घर के किसी अंधेरे शांत कोने या कमरे से बेहतर कुछ नहीं होता। क्योंकि यह रोशनी और शोर जैसे बाहरी कारकों को दूर कर देता है।

चमक नहीं दिख रही, तो माइग्रेन नहीं!

माइग्रेन के कई प्रकार होते हैं। कुछ में तो आंखों के सामने चमक या तारे दिखने जैसा कोई भी लक्षण नहीं होता। उदाहरण के लिए सामान्य माइग्रेन में ही ऐसा नहीं होता, उसके साथ मितली, उल्टी या बेकाबू सरदर्द जैसे लक्षण होते हैं।


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