संचारी रोग निगरानी पर काम
आठ राज्यों की बैठक में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग का फैसला
शिमला -संचारी रोगों के नियंत्रण पर हिमाचल सरकार रोग निगरानी योजना का प्रसार करेगी। आठ उत्तरी राज्यों की बैठक में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है। एकीकृत बीमारी निगरानी कार्यक्रम की समीक्षा बैठक शनिवार को शिमला में समाप्त हुई। होली-डे होम शिमला में आठ उत्तरी राज्यों, यानी हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली की बैठक आयोजित की गई थी। इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के लक्ष्यों व उपलब्धियों की समीक्षा करना था। बैठक में हिमाचल प्रदेश के प्रभावी रोकथाम और संचारी रोगों के नियंत्रण के प्रयासों को विशेष रूप से स्क्रब टाइफस के नियंत्रण की सराहना की गई। बैठक में बताया गया कि पिछले साल प्रदेश में कुल 1940 लोग स्क्रब टायफस से पीडि़त हुए थे और 21 लोगों की जान चली गई थी, लेकिन इस साल अब तक कुल 1456 लोग प्रभावित हुए हैं और 13 लोगों की जान चली गई है। बैठक में आरडी धीमान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य हिमाचल प्रदेश, डा. निपुण जिंदल विशेष सचिव स्वास्थ्य और मिशन निदेशक एनएचएम, डा. अजय गुप्ता निदेशक स्वास्थ्य सेवा उपस्थित थे। केंद्रीय निगरानी इकाई, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत सरकार के परिवार कल्याण विभाग के एनपीओ डा. हिमांशु चौहान के नेतृत्व में और भारत के आठ उत्तरी राज्यों के अधिकारियों ने दो दिनों के लिए विस्तार से विचार-विमर्श किया। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य योजना, प्रबंधन और नियंत्रण रणनीतियों का उपयोग करने के लिए रोग निगरानी की दक्षता में सुधार करना है। प्रारंभिक चेतावनी संकेतों का पता लगाने के लिए महामारी प्रवण रोगों के लिए विकेंद्रीकृत राज्य आधारित निगरानी प्रणाली की स्थापना करके देश में रोग निगरानी को मजबूत करना है, ताकि देश में जिलों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य चुनौतियों के जवाब में समय पर और प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य क्रियाएं शुरू की जा सकती हैं।
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