सपूतों की विदाई पर फूट-फूट रोया हिमाचल

By: Nov 21st, 2019 12:03 am

सियाचिन से तिरंगे में लिपटा आया 22 साल का जांबाज

सोलन – सियाचिन में हिमखंड में दबकर शहीद हुए सैनिक मनीष ठाकुर (22) का पैतृक गांव दोची में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनका पार्थिव शरीर लेह लद्दाख से चंडी मंदिर सैन्य छावनी लाया गया, वहां से सेना के वाहन से दोपहर करीब दो बजे देह दोची गांव पहुंचाया गया। तिरंगे में लिपटे जांबाज शहीद मनीष का पार्थिव शरीर जैसे ही कुनिहार क्षेत्र में पहुंचा, तो हजारों नम आंखें उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कतारबद्ध थी। माहौल इतना गमगीन था कि हर आंख से आंसूओं का सैलाब बह रहा था। क्या परिजन, क्या रिश्तेदार, क्या ग्रामीण, सभी इस वीर सपूत की शहादत पर सतब्ध है। डोगरा रेजिमेंट में तैनात मनीष ठाकुर दो साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। शहीद के पिता रामस्वरूप ठाकुर और माता मीरा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है, जबकि दादी को अभी भी पोते की शहादत पर यकीन नहीं हो रहा। बता दें कि लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में सोमवार को भारी हिम-स्खलन में छह जवान दब गए थे।

शहादत को सलाम

शहीद मनीष की अंतिम सम्मान में डोगरा-11 रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर के साथ डोगरा 6 रेजिमेंट के कैप्टन पंकज पटवाल, सूबेदार रामेश्वर, नायक सुरेंद्र पल, नायक नवीन, नायक रोशन सहित रेजिमेंट के सैनिकों ने पूरे सैनिक सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी। प्रशासनिक अधिकारियों में एसडीएम रोहित राठौर, डीएसपी पूर्ण चंद ठुकराल, तहसीलदार निहाल सिंह कश्यप व अन्य अधिकारी शामिल रहे। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व सहकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद के परिजनों को सांत्वना दी।

ऐसा था देशसेवा का जज़्बा

सेना में भर्ती होने का जज्बा शहीद मनीष ठाकुर के अंदर इतना था कि वह अपने दादा की मृत्यु पर उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित नहीं कर पाया। मनीष कुमार सेना में भर्ती होने के लिए प्रतिदिन करीब आठ किलोमीटर दौड़ लगाते थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बंगयार व उच्चतर शिक्षा कुफ्टू से पूर्ण की। वह ग्रेजुएशन की शिक्षा ग्रहण करते हुए सेना में भर्ती हो गए थे। मनीष की ज्वाइनिंग 11 दिसंबर, 2017 की थी, लेकिन उसके दादा स्व. नारायण सिंह की उससे पूर्व 10-11 दिसंबर की रात को ही मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी वीर मनीष ठाकुर ने राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि माना तथा वह ज्वाइनिंग देने चले गए।

सीआरपीएफ के हवलदार की करंट से मौत

विधानसभा चुनाव ड्यूटी के लिए झारखंड गए नूरपुर के जवान ने तोड़ा दम

सुल्याली – नूरपुर के मैहर निवासी सीआरपीएफ के हवलदार शेर सिंह (35) की सोमवार सुबह करंट लगने से मौत हो गई। विधानसभा चुनाव ड्यूटी के लिए सीआरपीएफ की टीम झारखंड के गुमला में गई थी। गुमला में सीआरपीएफ कंपनी का कैंप लोहरदगा रोड स्थित पॉलिटेक्नीक कालेज में लगा था। सोमवार सुबह वायरलेस स्टेशन सेट करने का काम किया जा रहा था, तभी वह हाइटेंशन तार की चपेट में आ गए और उन्हें करंट लग गया। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने तत्काल उन्हें गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव देह सीआरपीएफ के अधिकारी और जवानों के नेतृत्व में पैतृक आवास भेज दिया गया है। शेर सिंह के पिता गुरमेल सिंह तथा छोटा भाई सतीश कुमार प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं और पत्नी पायल गृहिणी है। शेर सिंह की चार वर्षीय पुत्री जैसिका है। सैनिक शेर सिंह का पार्थिक उनके पैतृक गांव में पहुंचा और पूरे इलाके में मातम मच गया और घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शेर सिंह को उसके छोटे भाई ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर आए सेना के जवानों ने शेर सिंह को सलामी दी। इस अवसर पर नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने भी सैनिक शेर सिंह को सलामी दी और परिवार का दुख साझा किया। प्रशासन की तरफ से नूरपुर के एसएचओ मोहन भाटिया अंतिम संस्कार में शमिल रहे।

छुट्टी आए फौजी की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत

पालमपुर, पंचरुखी – पालमपुर के साथ लगते कस्बे राजपुर में छुट्टी पर घर आए फौजी की बुधवार को मोटरसाइकिल दुर्घटना में मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार पत्नी और बच्चे  के साथ जा रहे जवान की मोटरसाइकिल राजपुर चौक के पास स्किड हो गई। हादसे में जवान के सिर व शरीर के अन्य अंगों पर गंभीर चोटें आईं। फौजी की पहचान पंकज कुमार निवासी राजोट के रूप में हुई है। दुर्घटना में मृतक की पत्नी को भी चोटें आई हैं। दुर्घटना के तुरंत बाद घायल पंकज कुमार को उपचार हेतु मिलिट्री हॉस्पिटल योल भेज दिया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। थाना प्रभारी भूपेंद्र ठाकुर ने बताया कि कि दुर्घटना मोटरसाइकिल के स्किड होने के कारण हुई है। बहरहाल, फौजी की मौत की खबर सुनते ही क्षेत्र में मातम पसर गया है। गुरुवार को पैतृक गांव में जवान का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App