नगर निकायों में सियासत उलझी

By: Dec 18th, 2019 12:01 am

शिमला में मेयर-डिप्टी मेयर पर सस्पेंस

शिमला – नगर निगम शिमला के मेयर व डिप्टी मेयर के नाम को लेकर सस्पेंस कायम है। भाजपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में देर रात तक हुई बैठक में नाम तय हो चुका है, लेकिन किसी भी पार्षद को इसकी खबर नहीं है। सदन के भीतर मौके पर ही भाजपा प्रत्याशी का नाम घोषित करेगी। मंगलवार को शिमला नगर निगम को नया मेयर व डिप्टी मेयर नहीं मिल पाया, क्योंकि बैठक में कोरम पूरा नहीं हो सका। यहां भाजपा के तो सभी पार्षद  पहुंच गए थे, मगर कांगे्रस का कोई पार्षद नहीं आया। कोरम पूरा करने के लिए 26 पार्षदों की जरूरत थी, जबकि यहां 21 ही मौजूद थे। ऐस में चयन नहीं हो सका और अब मामला बुधवार के लिए टल चुका है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज पार्षदों के साथ बुधवार को नगर निगम सदन में पहुंचेंगे, जहां पर शहरी विकास विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम इस प्रक्रिया को पूरा करवाएंगे। बताया जाता है कि संख्या बल न होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी अपना प्रत्याशी मेयर व डिप्टी मेयर के पद के लिए देगी और वरिष्ठ पार्षदों को मैदान में उतारेगी। हालांकि कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से काफी ज्यादा दूर है और उसके मात्र 11 ही पार्षद यहां नगर निगम में हैं।

सुजानपुर नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

सुजानपुर – पांच साल के कार्यकाल के लिए बनी नगर परिषद सुजानपुर में तीसरा अध्यक्ष काबिज होगा। सुनने में यह हैरानी वाली बात है, लेकिन यह सच्चाई है। मंगलवार को सुजानपुर नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक मेहरा के खिलाफ  अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है, जिससे यह तय हो गया है कि आने वाले समय में नया अध्यक्ष नगर परिषद में काबिज होगा। इससे पहले जब वर्ष 2015 में भाजपा समर्थित नगर परिषद सुजानपुर का गठन हुआ था, तो उस समय सुजानपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर ने नगर परिषद में भाजपा का परचम लहराते हुए भाजपा समर्थित नगर परिषद बनाई थी और अढ़ाई साल के कार्यकाल के लिए रमन भटनागर, जो वार्ड नंबर एक से पार्षद बने थे, उन्हें अध्यक्ष बनवाया था। अढ़ाई साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद तय नियमों के अनुसार रमन भटनागर को अध्यक्ष पद से उतारा गया और उसके बाद भाजपा पार्टी के ही वार्ड नंबर छह के पार्षद अशोक मेहरा को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के आशीर्वाद से अध्यक्ष पद प्राप्त हुआ। वर्तमान में वही नगर परिषद के अध्यक्ष पद पर काबिज थे, लेकिन मंगलवार को उनके खिलाफ भाजपा और कांग्रेस के कुछ पार्षद बगावत पर उतारू हो गए।

सुंदरनगर में महिला पुरुष पार्षदों के बीच जोरदार बहसबाजी

सुंदरनगर – नगर परिषद सुंदरनगर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मंगलवार को नप अध्यक्ष पूनम शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान खूब होहल्ला और बहसबाजी हुई। बीबीएमबी एरिया के तहत आने वाले दो वार्डों में विकास को लेकर महिला और पुरुष पार्षदों में देर तक बहसबाजी हुई। विडंबना यह रही कि महिला चेयरमैन और पुरुष उपप्रधान व कार्यकारी अधिकारी चुपी साधे बैठे रहे और कॉलोनी एरिया के तहत आने वाली महिला पार्षदों में रक्षा और पुष्पा ने बैठक से वॉकआउट कर लिया। दोनों पार्षदों का कहना है कि वे जब भी अपने एरिया में विकास कार्य को लेकर हाउस में चर्चा करते हैं, तो उनकी बात को दबा दिया जाता है। पार्षद रक्षा का कहना है कि वह नगर परिषद में सबसे पुरानी और सीनियर पार्षद हैं और इस तरह का व्यवहार हाउस में किए जाने की वह कड़े शब्दों में निंदा करती हैं। उधर, नगर परिषद की अध्यक्ष पूनम शर्मा का कहना है कि हाउस में कुछ पार्षदों में जो भी तनातनी विकास कार्य को लेकर हुई है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। भविष्य में इस तरह का कोई भी होहल्ला हाउस में सहन नहीं होने दिया जाएगा। हर पार्षद को अपने अपने क्षेत्र से बात रखने का पूरा अधिकार है और नगर परिषद विकास कार्य करवाने को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करेगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App