अब एचपीयू में धड़ाधड़ चलेगा नेट

By: Jan 29th, 2020 12:20 am

बीएसएनएल के कम सिग्नल की समस्या से छात्रों व कर्मचारियों को मिलेगी राहत,मोबाइल कंपनियों को दिए आदेश

शिमला-हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। शीतकालीन अवकाश के बाद एचपीयू आने वाले छात्रों को हाई स्पीड इंटरनेट के साथ मोबाइल सिग्नल की भी पूरी सुविधा मिलेगी। मोबाइल पर भी छात्रों को कैंपस में सिग्नल की समस्या से न जूझना पड़े इसके लिए कंपनियों को इंस्ट्रूमेंट लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। खासतौर पर बीएसएनएल का नेटवर्क एचपीयू में हमेशा पूरा रहे, इसकी व्यवस्था एचपीयू कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है कि अवकाश पूरा होने से पहले बीएसएनएल सिग्नल समस्या को सुलझाया जाएगा। बता दें कि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में इंटरनेट और मोबाइल सिग्नल की समस्या इतनी है कि यहां पर ऑनलाइन परीक्षा शाखा में भी सही रूप से कार्य नहीं हो पाते है। इसके अलावा बीएसएनएल की सीम रखने वाले छात्र व कर्मचारी अगर कैंपस के अंदर आ जाते है, तो पूरा दिन सिग्नल समस्या से उन्हें जूझना पड़ता है। एमएचआरडी के आदेशानुसार एचपीयू को इसी माह कम्प्यूटर की मिनी लैब को लेकर प्रपोजल भेजना आवश्यक है। अगर इसी माह एचपीयू यह प्रोपोजल केंद्र को भेजते है, तो मार्च में होस्टलों में मिनी लैब का सपना पूरा होगा।  बताया जा रहा है कि एचपीयू को मिनी कम्प्यूटर लैब के लिए 50 लाख तक का बजट केंद्र सरकार की ओर से जारी किया जाएगा। बता दें कि प्रदेश विश्वविद्यालय पहले से ही पूरी तरह से ऑनलाइन हो गया है। विश्वविद्यालय को ऑनलाइन करने का सपना छह साल बाद एचपीयू का पूरा हुआ है। वाई फाई होने के बाद प्रशासन अब छात्रों के यूजी आईडी नंबर रजिस्टर कर रहा है। वहीं जिन छात्रों का नंबर विश्वविद्यालय के आईटी अधिकारियों के पास होगा, उन्हें ही वाई फाई की फ्री सुविधाओं का फायदा मिलेंगा। इन सभी कार्यो के बीच अब बीएसएनएल को मजबूत बनाने का कार्य किया जा रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार हर होस्टल की मिनी लैब में करीब पांच-पांच कम्प्यूटर होंगे।  कुलपति ने निर्देश दिए है कि करीब 27 से 28 सभी होस्टलों में बनने वाली मिनी आईटी लैब के लिए प्रोपोजल बनाया जाएं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कमेटी को जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है। फिलहाल अब केंद्र सरकार ने एचपीयू को मिनी आईटी लैब के लिए जो राहत दी है, देखना होगा कि यह कार्य कब पूरा होता है, और होस्टल के छात्रों को भी ऑनलाइन स्टडी से फायदा मिलता है।

चार बड़ी मोबाइल कंपनी का है नेटवर्क

बता दें कि प्रदेश विवि के ऑनलाइन सिस्टम को सफल बनाने के लिए देश की चार बड़ी मोबाइल कंपनियों ने अपने टावर लगाएं है। इसमें जीओ, रिलायंस, एयरटेल और बीएसएनएल है। होस्टल में भी हाई क्वालिटी का इंटरनेट यही मोबाइल कंपनियां मुहैया करवाएंगी।

 


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