कश्मीर पर सब भारत के साथ

By: Jan 18th, 2020 12:03 am

किरकिरी के बाद इमरान खान ने कबूला, वैश्विक समुदाय नहीं दे रहा समर्थन

बॉन (जर्मनी) – कश्मीर मुद्दे पर वैश्विक मंचों पर भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को स्वीकारा कि इस मुद्दे पर उन्हें वैश्विक समुदाय का साथ नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि इस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया बेहद धीमी रही है। उल्लेखनीय है कि आर्टिकल 370 से जुड़े फैसले के बाद पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामले में गैरजरूरी हस्तक्षेप की कोशिश कर रहा है और उसने इस मुद्दे को वैश्विक मंचों पर भी उठाया, जहां से उसे कोई सफलता हासिल नहीं हुई। इमरान ने कहा कि दुर्भाग्यवश, पश्चिमी देशों के लिए व्यावसायिक हित ज्यादा महत्त्वपूर्ण हैं। भारत बड़ा बाजार है और कश्मीर में 80 लाख लोगों के साथ क्या हो रहा है, उस पर धीमी प्रतिक्रिया की यही वजह है। जर्मनी के एक चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान ने यहां तक कह डाला कि आरएसएस की विचारधारा के कारण भारत उससे बातचीत नहीं करना चाहता। बता दें कि भारत ने दोटूक शब्दों में कहा है कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं हो सकती। जब तक पाकिस्तान अपने देश में प्रायोजित आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता उससे कोई बातचीत नहीं हो सकती। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया था कि यूएनएससी में बहुमत का विश्वास है कि कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के लिए यह सही मंच नहीं है।

दोस्त रूस ने बताया द्विपक्षीय मुद्दा

नई दिल्ली – रूस ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने शुक्रवार को कहा कि हम कभी कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाए जाने के पक्ष में नहीं रहे, क्योंकि यह असल रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है। दोनों देशों को शिमला और लाहौर समझौते के आधार पर इसका हल निकालना है। चीन ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की तरफ से यूएन की बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। हालांकि ज्यादातर देशों ने इस पर असहमति जताते हुए कहा था कि यह दो देशों का द्विपक्षीय मसला है। इसलिए इस मंच पर कश्मीर की चर्चा नहीं होनी चाहिए।

चीन बोला, हमारा नेक इरादा

पेइचिंग – पाकिस्तान को खुश करने के चक्कर में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर का मुद्दा उठाकर एक बार फिर किरकिरी कराने वाले चीन ने अब नेक इरादे और शांति की दुहाई दी है। चीन ने कहा कि उसके प्रयास का मकसद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करना है और इसके पीछे उसका नेक इरादा है। चीन ने यह दावा भी किया है कि परिषद में ज्यादातर सदस्यों ने घाटी की स्थिति पर अपनी चिंता जताई है। एक दिन पहले ही भारत ने कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से सुरक्षा परिषद में कश्मीर का मुद्दा उठाने का चीन का प्रयास विफल हो गया है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App