कांग्रेस कार्यकाल की भर्तियों में धांधलियां?

By: Jan 18th, 2020 12:30 am

पुलिस भर्ती फर्जीबाड़े के बाद बड़े खुलासे, 2012 से 2017 के बीच में सबसे अधिक मामले

धर्मशाला – हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती फर्जीबाड़े मामले की तारें अब कई बड़े मामलों का खुलासा करने की ओर पहुंच गई हैं। ऐसे में सवाल उठना शुरू हो गया है कि क्या कांग्रेस कार्यकाल की भर्तियों में अधिक धांधलियां हुई हैं? पुलिस भर्ती फर्जीबाड़े के बाद अब कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में अब तक पूर्व सरकार के वर्ष 2012 से 2017 के बीच में हुए मामले अधिक सामने आ रहे हैं। गौर हो कि पूर्व में हुई भर्तियों को लेकर भाजपा ने चार्जशीट भी तैयार की थी। ऐसे में पुलिस-एचआरटीसी-जेल वार्डर संग बैंक की परीक्षाओं में धांधलियों के आरोप लगते रहे हैं। प्रदेश भर में परीक्षाओं से जुड़े हुए कई फर्जीबाड़े अब निकलकर सामने आ रहे हैं। इसमें हर परीक्षा में शातिरों ने सॉल्वर्ज को बिठाया है। इससे अब कई बड़े सवाल सरकारों की कार्यप्रणाली पर भी उठ रहे हैं कि सरकार के इतने मजबूत तंत्र के बावजूद फर्जीबाड़े कैसे हो रहे हैं। परीक्षाओं में गड़बड़ करने वाले गिरोह के तार हरियाणा से जुड़े हुए हैं, और ये कडि़यां अब हमीरपुर में हुई परीक्षा तक भी पहुंच रही हैं। पुलिस भर्ती सहित अन्य परीक्षाओं में फर्जीबाड़े का खेल हिमाचल में वर्ष 2012 से चल रहा है। पुलिस भर्ती फर्जीबाड़े से संबंधित आरोपी विक्रम के शिकंजे में आने के बाद कई खुलासे हुए हैं। अब तक विक्रम  ने 12 लोगों के नाम बताए हैं। इनमें से आठ पुलिस विभाग से, दो एचआरटीसी में कंडक्टर और दो जेल वार्डर परीक्षा में फर्जीबाड़ा कर भर्ती हुए हैं। अब पुलिस इन सभी के खिलाफ लीगल कार्रवाई करेगी। पुलिस विभाग ने अपने कर्मचारियों सहित संबंधित विभागों को भी भर्ती हुए लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। ऐसे में जल्द ही कई लोगों की नौकरी जार सकती है। फर्जी तरीके से तमाम लोग वर्ष 2012 से 17 के बीच हुई भर्तियों के दौरान भर्ती हुए हैं। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। ऐसे में कांग्रेस कार्यकाल में हुई भर्तियों की जांच करवाई गई तो और मामले आ सकते हैं।

पहले केसीसी बैंक भर्ती पर भी खूब हुआ था विवाद

इससे पहले कांग्रेस के समय में ही हुई केसीसी बैंक भर्ती मामला खूब सुर्खियों में रहा था। भर्ती में बड़ी गड़बड़ी के आरोप लगे और मामला न्यायालय तक पहुंच गया। अब यह भी सवाल उठ रहा है कि जवाली का रहने वाला विक्रम किसकी शह पर यह सारा खेल खेल रहा था। विक्रम के तार हरियाणा से जुड़े हुए हैं। प्रारंभिक जांच के बाद आने वाले समय में पुलिस को और अधिक खुलासे होने की उम्मीद है। वहीं, प्रदेश में आगामी समय में होने वाली परीक्षाएं भी संदेह के घेरे में आ गई है।


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