टनाटन रहेंगी गाडि़यां, ट्रेंड होंगे ड्राइवर

By: Jan 1st, 2020 12:01 am

दुर्घटनाएं रोकने को प्रदेश में व्हीकल मेंटेनेंस पार्क के साथ सेफ्टी एजुकेशन सेंटर बनाने की योजना

धर्मशाला   – हिमाचल में बढ़ती दुर्घटनाओं के ग्राफ को कम करने और वाहनों की समय पर मेंटेनेंस सहित चालकों को पूरी तरह से प्रशिक्षित करने की दिशा में मेगा प्लान पर काम चल रहा है। इसके लिए प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक स्थानों को चिन्हित कर इसकी शुरुआत की जाएगी। नए साल में परिवहन विभाग सरकारी बसों की तर्ज पर निजी क्षेत्र के परिवहन बेड़े को भी जुगाड़ से चलाने के बजाय उनके लिए व्हीकल मेंटेंनेंस पार्क बनाए जाएंगे। जहां देश भर की नामी कंपनियां अपने मॉडल की बसों को सर्विस मुहैया करवाएगह, ताकि पुरानी व जुगाड़ से चलने वाली बसें दुर्घटना का कारण न बनें।  इसके अलावा सेफ्टी एजुकेशन सेंटर व ट्रैफिक पार्क बनाए जाएंगे, जहां छोटे-बड़े वाहन चालकों को ड्राइविंग के अलावा व्यवहारिकता का शिक्षण भी दिया जा सके। देवभूमि में वाहनों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के साथ दुर्घटनाओं को रोकना आवश्यकता बन गई है। इसके लिए कई तरह की बैठकें रोड सेफ्टी अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन पिछले दिनों हुई दुर्घटनाओं को देखा जाए तो निजी बसों व छोटी गाडि़यों के लुढ़कने के कई मामले सामने आए हैं। प्रदेश में निजी बसों की मेंटेनेंस की हालत देखें तो अधिकतर बसों की रिपेयर का काम जुगाड़ से लोकल मेकेनिकों के पास ही होता है। कोई भी फाल्ट रहने पर ये दुर्घटना का कारण बनती हैं। ऐसा न हो इसके लिए प्रदेश भर के विभिन्न स्थानों पर व्हीकल मेंटेंनेस पार्क बनाए जाएंगे, जहां देश भर की नामी कंपनियों जैसे टाटा, अशोका लेलैंड, आइशर आदि अपनी वर्कशॉप के माध्यम से ऐसे आपरेटर्ज को सेवाएं देंगी। इनमें लोकल स्तर पर काम करने वाले मेकेनिकों को भी कंपनियां प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेंगी। परिवहन विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया का कहना है कि प्रदेश में पूर्व योजना के आधार पर चल रहे प्रयासों से दुर्घटनाओं के ग्राफ में कमी आई है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए व्हीकल को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने और चालकों को भी शिक्षित व प्रशिक्षित करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि परिवहन व्यवस्था सुरक्षित हो सके।


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