कैदियों ने एक साल में कमाए दो करोड़

By: Feb 24th, 2020 12:01 am

बंदियों के लिए वोकेशनल टे्रनिंग की योजना दिखा रही कमाल

पालमपुर – प्रदेश की जेलों में सजा काट रहे कैदियों ने साल 2018 में दो करोड़ रुपए से अधिक का सरमाया कमाकर दिखाया है। प्रति कैदी कमाई गई राशि राष्ट्रीय औसत को मात दे रही है। प्रदेश के कारावासों में बंद कैदियों के लिए विभिन्न तरह की वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रावधान किया जाता है और इन कार्यों के जरिए ही कैदी पैसे कमा रहे हैं। जानकारी के अनुसार 2018 में प्रदेश की जेलों में बंद 2254 कैदियों ने विभिन्न तरह के काम करके कुल 2.068 करोड़ रुपए की आय अर्जित की। कमाई करने में तेलंगाना के कैदियों ने खूब हाथ दिखाए और 206.405 करोड़ रुपए की राशि अर्जित की। राष्ट्रीय स्तर पर जारी आंकड़ों के अनुसार 2018 में तमिलनाडु की जेलों में बंद कैदियों की कुल कमाई का आंकड़ा 72.796 करोड़ रहा। इस सूची में 34.403 करोड़ की कमाई के साथ केरल, 30.071 करोड़ की कमाई के साथ महाराष्ट्र, 23.751 करोड़ की आय के साथ बिहार और 21.345 करोड़ की आय के साथ दिल्ली की जेलों में बंद कैदियों का नंबर रहा। प्रतिकैदी तैयार उत्पाद मूल्य के आधार पर तेलंगाना का ग्राफ 371900.9 रुपए, चंडीगढ़ का 57922.71 रुपए और तलिनाडू का 53736.8 रुपए रहा। जानकारी के अनुसार प्रदेश में 2234 कैदियों में से 336 ने विभिन्न तरह के कार्यों का प्रशिक्षण प्राप्त किया। 35 कैदियों ने कृषि, छह ने कारपेंटरी, नौ ने वीविंग, 28 ने सिलाई और 258 ने अन्य कामों में प्रशिक्षण प्राप्त किया। कैदियों द्वारा आय अर्जित करने के क्षेत्र में 2018 में प्रदेश 16वें स्थान पर रहा। 2018 में अन्य प्रदेशों की जेलों में बंद कैदियों ने उत्तर प्रदेश में 14.210, आंध्र प्रदेश में 13.053, गुजरात में 9.552, झारखंड में 7.682, छत्तीसगढ़ में 6.476, चंडीगढ़ में 5.995, पश्चिम बंगाल में 4.637, मध्य प्रदेश में 2.663 और पंजाब में 2.241 करोड़ रुपए की कमाई की। देश भर की जेलों में बंद कैदियों ने विभिन्न उत्पाद तैयार करके 2018 में कुल 463.493 करोड़ रुपए कमाए।


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