ग्रहों की चाल से थमेगा कोरोना का कहर

By: Mar 18th, 2020 12:01 am

ज्योतिषी गुरमीत बेदी के मुताबिक अप्रैल मध्य से कम होने लगेगा असर

ऊना – पूरे विश्व में आतंक का पर्याय बन चुके करोना वायरस से अगले माह के मध्य तक राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। भारत में स्थिति किसी भी सूरत में नहीं बिगड़ने वाली। ग्रहों की बदलती चाल इस प्रकोप से देश को निजात दिला देगी। यह ज्योतिषीय विश्लेषण किया है हाल ही में प्रकाशित ‘एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान शोध’ पुस्तक के लेखक गुरमीत बेदी ने। उनका दावा है कि कोरोना वायरस नामक महामारी की पटकथा तो 26 दिसंबर, 2019 में धनु राशि व मूल नक्षत्र में लगा वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण ही लिख गया था। जब  इस राशि में पहले से ही शनि, केतु, गुरु, सूर्य, बुध और चंद्रमा की युति होने से छह ग्रही योग बना था। इसी दुर्लभ योग में इस जानलेवा विषैले वायरस ने जन्म लेकर चीन के वुहान शहर में लोगों को अपना ग्रास बनाना शुरू किया। गुरमीत बेदी के अनुसार बृहस्पति की केतु के साथ बनी युति ने इस प्रकोप का प्रसार किया और यह दुनिया के कई देशों में फैलता चला गया। बाद में मंगल की धनु राशि में केतु के साथ मौजूदगी ने आग में घी का काम किया। आद्रा नक्षत्र में प्रवेश कर राहू ने इस संक्रमण के फैलाव में कोई कसर नहीं छोड़ी। राहु का संबंध वैसे भी धुंए व आसमान से है और हवा के जरिए ही वह संक्रमण को फैलाता है। ज्योतिष में राहु व केतु दोनों ही ग्रहों को किसी महामारी का कारक माना जाता है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेती है। गुरमीत बेदी का कहना है कि इसी महीने ग्रहों की चाल बदलने वाली है और अगले महीने के अंत से इस जानलेवा वायरस से उपजे प्रकोप से निजात मिलना शुरू हो जाएगी।

इन राशियों पर ज्यादा असर

गुरमीत बेदी के अनुसार इस वायरस की चपेट में वैसे तो कोई भी व्यक्ति आसानी से आ सकता है लेकिन मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुंभ व मीन राशि वालों को अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।  शेष राशि वाले बचाव रखें, उन्हें ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है।


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