छत्तीसगढ़ में आयकर छापों को चुनौती के रूप में लेंगी कांग्रेस: सुरजेवाला

By: Mar 1st, 2020 4:00 pm

नई दिल्ली – कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य लोगों के यहां केन्द्रीय सुरक्षा बलों की मौजूदगी में आयकर विभाग की छापेमारी को देश के संघीय ढांचे पर मोदी सरकार का हमला बताते हुए रविवार को कहा कि ये छापे राजनीतिक बदले की भावना से मारे गये हैं और कांग्रेस इसे चुनौती के रूप में लेगी। कांग्रेस के संचार विभाग के मुखिया रणदीप सुरजेवाला ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष शासित राज्यों में माेदी सरकार केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) और आयकर विभाग (आईटी) के साथ गठजोड़ करके राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “सीबीआई, डीआरआई और आईटी के गठबंधन में केन्द्र सरकार ने सीआरपीएफ को भी जबरन शामिल करने का कुत्सित प्रयास किया है।’’ उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के उपसचिव सहित अन्य अधिकारियों से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर गत बृहस्पतिवार से सीआरपीएफ की मौजूदगी में आयकर विभाग की छापेमारी की जा रही है। श्री सुरजेवाला ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्यों के साथ सहयोग कायम करने के लिये संविधान में उल्लिखित “संघीय सहयोग” के सिद्धांत को ‘‘केन्द्रीय जबरदस्ती’’ में बदल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच वर्तमान भूपेश बघेल सरकार करा रही थी, इसे रोकने के लिये केन्द्र सरकार ने सीआरपीएफ को जबरन अपने नापाक गठबंधन में शामिल कर आयकर विभाग की छापेमारी का सहारा लिया है। उन्होंने कहा कि रमन सिंह सरकार के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए आयकर विभाग ने छापे मारे हैं। उन्होंने कहा, “अगर पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के तार नागपुर (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय) और दिल्ली (भाजपा मुख्यालय) से जुड़े हैं तो ये तार उजागर हो कर ही रहेंगे, हम इसके लिये प्रतिबद्ध हैं।’’ उन्होंने सवाल उठाया कि चार दिन से चल रही इस कार्रवाई के बारे में स्थानीय प्रशासन तक को सूचित नहीं किया गया। श्री सुरजेवाला ने संवैधानिक प्रावधानों का हवाला देते हुये कहा कि मोदी सरकार संघीय ढांचे को रौंद रही है और देश इस मनमानी को सहन नहीं करेगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पी एल पूनिया ने कहा, “राज्य में आयकर विभाग की पिछले चार दिनों से जारी छापेमारी दुर्भाग्यपूर्ण है और भाजपा सरकार ने सोची समझी रणनीति के तहत यह कार्रवाई की है।” श्री पूनिया ने कहा कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन को जानकारी दिए बिना ही की जा रही इस कार्रवाई में सीआरपीएफ को भी बीच में लाया गया है, यह संघीय ढांचे पर हमला है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में 36 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। पिछली सरकार के 21 घोटालों की सूची है जिनकी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस को मिली डायरी में पिछली सरकार के भ्रष्टाचार का पैसा नागपुर और दिल्ली भेजे जाने का विवरण दिया गया है। भाजपा के इसी भ्रष्टाचार के कारण राज्य की जनता ने चुनाव में भाजपा को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि आयकर विभाग की कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। भाजपा ने छत्तीसगढ़ में जनता द्वारा नकारे जाने से परेशान होकर भूपेश बघेल सरकार को डराने के लिए यह कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, “हम इस कार्रवाई को एक चुनौती के रूप में देखेंगे।” आयकर विभाग की कार्रवाई से जुड़े एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने कहा कि इसके तमाम कानूनी पहलुओं पर राय मशविरा करने के बाद कांग्रेस आगे की रणनीति तय करेगी। उन्होंने कहा कि चूंकि तीन चौथाई बहुमत से चुनी सरकार को केन्द्र सरकार नहीं गिरा सकती है इसलिए आयकर विभाग की छापों का इस्तेमाल किया जा रिहा है।


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