मरीज ज्यादा गंभीर हो, तभी अस्पताल लाएं

By: Mar 20th, 2020 12:30 am

नई गाइडलाइंस जारी, जरूरत पर अंडरटेक किए जा सकते हैं प्राइवेट हॉस्पिटल

शिमला – राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए अस्पतालों में भीड़ कम करने के मद्देनजर गुरुवार को नई गाइलाइंस जारी की है। इसमें कहा गया है कि गंभीर रोगियों तथा जरूरी ऑपरेशन की सूरत में ही मरीजों को अस्पताल लाएं। मरीजों के साथ तीमारदारों की संख्या कम से कम होनी चाहिए। सरकार ने अपनी एडवाइजरी में बड़ा संकेत दिया है कि जरूरत पड़ने पर राज्य के प्राइवेट अस्पतालों को भी अंडरटेक किया जा सकता है। इसकी पुष्टि करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि प्रदेश सरकार वैश्विक स्तर पर फैली स्वास्थ्य आपदा कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए कई एहतियाती कदम उठाकर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी कर रही है। आरडी धीमान ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों व निजी क्लीनिकों को यह सुनिश्चित बनाने का सुझाव दिया गया है कि एक ही स्थान पर भीड़ एकत्र न हो पाए। खांसी, बुखार, जुकाम अथवा सांस लेने में तकलीफ जैसे रोगी को बैठने के लिए अलग स्थान व अलग समय देने के लिए कहा गया है। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे रोगियों को मुंह पर मास्क लगाने के लिए कहा जाए। आरडी धीमान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि पिछले 14 दिनों की समयावधि में विदेशों से आए सभी व्यक्तियों को निगरानी में रखा जाएगा। प्रदेश सरकार ने देशी व विदेशी पर्यटकों का हिमाचल में प्रवेश निषेध कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी जनता की सेवा के लिए कर्तव्यनिष्ठ और सेवाभाव से तत्पर हैं।

सहयोग की अपील

अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने लोगों से आग्रह किया है कि कोविड-19 के संक्रमण नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग को अपना सहयोग दें और अनावश्यक रूप से अस्पतालों में भीड़ एकत्र न करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी 10 संदिग्ध व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है और इस प्रकार प्रदेश में अभी तक कोविड-19 का कोई भी संक्रमित व्यक्ति नहीं है।


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