शिक्षकों की छुट्टियों पर स्थिति स्पष्ट करे सरकार

By: Mar 17th, 2020 12:01 am

धर्मशाला, मंडी – प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ ने स्कूलों में कोरोना वायरस को छुट्टियों को लेकर सही कदम बताया है। वहीं स्कूलों में छुट्टियों को लेकर स्थिति स्पष्ट न होने पर सवाल भी उठाए हैं। संघ ने स्कूली बच्चों के प्रति सरकार का लगाव और जिम्मेदारी दिखाते हुए स्कूलों को आगामी आदेशों तक बंद रखने का स्वागत किया है। एचजीटीयू के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान सहित अन्य ने कहा कि हैरानी की बात है कि शिक्षा मंत्री के बयान के बाद भी विभागीय स्तर पर उनके बयान को अनावश्यक तोड़-मरोड़ कर पेश कर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल जाने से बच्चों और कार्यरत स्टाफ  को सरकार द्वारा रोका गया है, जिससे कि नाजुक बच्चे किसी भी तरह की अनहोनी का शिकार न हों। ज्ञात हो कि नन्हे बच्चे तन-मन से बहुत संवेदनशील होते हैं और ऐसे में उन पर संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के अतिरिक्त अन्य कई राज्यों ने भी समस्त स्कूलों को बंद रखा है। वहां शिक्षक और बच्चे मात्र परीक्षा होने तक के लिए ही स्कूलों में ठहर रहे हैं। तत्पश्चात तुरंत अपना स्टेशन छोड़ रहे हैं। कोरोना वायरस को देखते हुए मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री ने सूझ-बूझ के साथ निर्णय लेते हुए सभी शिक्षक संस्थानों को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है। ज्यादातर शिक्षक अपने बच्चों के साथ घर निकल गए हैं। वहीं अध्यापक संघ द्वारा कार्यकारिणियों की अवश्य बैठक यथाशीघ्र बुलाई जा रही है, ताकि आगामी कार्ययोजना बनाई जा सके।

मेडिकल छात्रों को 31 तक अवकाश

शिमला – प्रदेश के मेडिकल छात्र 31 मार्च तक अवकाश में रहेंगे। अब मेडिकल कालेजों में फं्रट वॅरियर के तौर पर रेजिडेंट और सीनियर डाक्टर्ज का साथ इंटनर्स निभाएंगे। प्रदेश के डेंटल कालेज शिमला में भी सोमवार को इसे लेकर मेडिकल कालेजों के अवकाश को लेकर जारी की गई अधिसूचना को लागू कर दिया गया है। डेंटल कालेज शिमला के पिं्रसीपल डा. आशु का कहना है कि छात्रों के अवकाश 31 मार्च तक रहेगा। इसे सोमवार को ही इंप्लीमेंट कर दिया गया है। फर्स्ट टू फोर्थ इयर तक मेडिकल छात्र अवकाश पर रहेंगे। वहीं इंटनर्स की क्लीनिकल ड्यूटी होगी। रेजिडेंट और सीनियर डाक्टर्स अवकाश पर नहीं है।

शिक्षक संगठनों ने पूछा, बिन छात्रों के स्कूलों में क्या करेंगे टीचर

शिमला – हिमाचल के स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन अध्यापकों को छुट्टिया नहीं मिलेंगी। शिक्षा विभाग ने अहम फैसला लिया है कि गैर शिक्षण कार्यों के लिए सभी अध्यापकों को स्कूल आना पड़ेगा। सोमवार को शिक्षा विभाग ने इस बाबत स्कूलों को लिखित आदेश जारी कर दिए। इस ताजा निर्णय के बाद प्रदेश भर के सभी अध्यापकों व आंगनबाड़ी वर्कर्ज को रोजाना तय समय के मापदंडों के तहत ड्यूटी देनी होगी। अहम यह है कि शनिवार को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने छात्रों के साथ शिक्षकों को भी 31 मार्च तक अवकाश पर रहने की बात कही थी। वहीं स्कूलों में शिक्षकों को छुट्टियां न देने पर निराशा है। विभिन्न शिक्षक संगठनों को कहना है कि पहले शिक्षा मंत्री ने खुद यह दावा किया था कि छात्रों के साथ शिक्षकों पर भी छुट्टियों का शेड्यूल जारी होगा, वहीं अब शिक्षा विभाग की सरकार के बिलकुल अलग अधिसूचना शिक्षकों को रास नहीं आ रही है। यही वजह है कि शिक्षकों का आरोप है कि वे बिना छात्रों के स्कूलों में क्या करेंगे। इसी बीच सोमवार को शिक्षा विभाग ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि विभिन्न शिक्षण संस्थान में कार्यरत सभी सरकारी व गैर सरकारी स्टाफ को नियमित ड्यूटी देनी होगी, इसे लेकर सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके तहत अब प्रदेश के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 31 मार्च तक अध्यापकों को ड्यूटी पर आना होगा। शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि मार्च माह में परीक्षाओं से लेकर कई अहम कार्य होते हैं, जिन्हें समय पर पूरा करना जरूरी होता है।


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