ऐसी दवा बनेगी, भविष्य में भी नहीं सताएगा कोरोना

By: Apr 18th, 2020 12:02 am

नई दिल्ली – भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि यह कोरोना वायरस भारत में तीन महीने से है, इसका उत्परिवर्तन बहुत जल्दी नहीं होता है। अब जो भी वैक्सीन बनती है, वह भविष्य में वायरस फैलने पर काम करेगी। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर अगले सप्ताह एक अध्ययन शुरू करेगा। जब तक हमारे पास इसके निश्चित परिणाम नहीं होंगे, तब तक हम स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी इसे रिकमेंड नहीं करेंगे। गौरतलब है कि बुधवार को गंगाखेडकर ने बताया था कि चीन में हुए शोध से ये मालूम हुआ है कि ये वायरस चमगादड़ों से आया है। चमगादड़ ने इसे पैंगोलिंस में ट्रांसफर किया होगा, पैंगोलिन से ये मनुष्यों में आ गया। उन्होंने कहा कि हमने निगरानी भी की, जिसमें हमने पाया कि चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं, जिनमें कोरोना वायरस होता है, जो शायद 1000 साल में एक बार मनुष्यों में पहुंचे।


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