जीने को आहुति आवश्यक

By: Apr 3rd, 2020 12:05 am

-डा. विनोद गुलियानी, बैजनाथ

लगता है आम जनमानस के साथ-साथ पैसे के पीछे हर पल भाग-दौड़ करने वालों के लिए कोरोना की तालाबंदी ने विघ्न डाल दिया हो। परंतु असलियत समझना इसके विपरीत है। दरअसल समझने वालों के लिए ऐसी भयानक क्षणभंगुर स्थिति वरदान भी साबित हो सकती है। बावजूद इन विकट हालातों में 21 दिन के लॉकडाउन से अमूल्य, अदृश्य व अपार संपत्ति अर्जित करना हमारे विवेक पर निर्भर करता है। संयम, शांति व स्वयं अवलोकन से प्राप्त ऐसी संपत्ति के आगे भौतिक सुख रूपी पैसा शून्य है। अगर हम न रहे, तो पैसा किस काम का? अतः इन दिनों हम आत्म चिंतन करें, परिवार को समय दें।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App