फेस मास्क से त्वचा समस्या

By: Apr 11th, 2020 12:05 am

कोरोना वायरस से बचाव के लिए इस समय लोग घरों में बंद हैं। जो लोग जरूरी काम के लिए घर से निकल भी रहे हैं, तो वो फेस मास्क पहनकर निकल रहे हैं। देर तक फेस मास्क पहनने के कारण कुछ लोगों को त्वचा संबंधी समस्याएं होने लगी हैं। इनमें से कुछ समस्याएं फेस मास्क देर तक पहने रहने के कारण लगातार निकलते पसीना और मास्क से चेहरे की रगड़ के कारण हो रही हैं, तो कुछ समस्याएं मास्क के कपड़े के कारण भी हो सकती हैं। कुछ आसान तरीके हैं, जिसके द्वारा लगातार फेस मास्क पहनने के कारण होने वाली त्वचा समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।

फेस मास्क से होने वाली त्वचा समस्याएं- जिन लोगों को बहुत ज्यादा पसीना आता है, वो अगर देर तक चेहरे पर मास्क लगाए रखते हैं, तो उनकी त्वचा और ज्यादा पसीना छोड़ती है। ऐसे में ज्यादा पसीने के कारण व्यक्ति को बैक्टीरियल इन्फेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों को फेस मास्क के कपड़े के कारण रैशेज, खुजली, रूखापन, मुंहासे,डर्मेटाइटिस जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार फेस मास्क पहने के बाद सांस लेने के दौरान मुंह के आसपास की त्वचा का तापमान बढ़ जाता है, जिससे त्वचा की ऊपरी पर्त में नमी आ जाती है और बैक्टीरिया को विकास के लिए सही माहौल मिल जाता है। यही कारण है कि देर तक मास्क पहनने के कारण कई तरह का त्वचा इन्फेक्शन भी हो सकता है। इसका खतरा उन पुरुषों को ज्यादा होता है, जिनकी दाढ़ी लंबी और घनी है।

एन 95 फेस मास्क से भी हो सकती हैं समस्याएं- आमतौर पर एन 95 फेस मास्क को पॉलीप्रोपिलीन से बनाया जाता है, जो कि एक ऐसा फैब्रिक है, जिसकी बुनाई नहीं की जाती है। डिस्पोज किए जाने वाले एन 95 सर्जिकल में आमतौर पर 4 पर्तें होती हैं। इनमें से सबसे भीतरी पर्त, जो मुंह के सीधे संपर्कमें आती है वो भी पॉलीप्रोपिलीन से ही बनी होती है। सभी प्रकार के प्लास्टिक में से पॉलीप्रोपिलीन को वैसे तो त्वचा के लिए सुरक्षित माना जाता है। मगर कुछ मामलों में ये त्वचा के लिए समस्या पैदा कर सकते हैं।

कैसे रखें मास्क पहनने के दौरान त्वचा को सुरक्षित- अगर मास्क पहनने से पहले त्वचा को अच्छी तरह म्वाइस्चराइजर किया जाए, तो ऊपर बताई गई समस्याओं से बचा जा सकता है। इस लिए बेहतर होगा कि अगर आप देर तक फेस मास्क पहनने वाले हैं, तो अपने चेहरे पर पहले ऑयल बेस्ड म्वाइस्चराइजर लगा लें। इससे त्वचा की नमी लॉक हो जाती है और तेल के कारण स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं, जिससे सीबम का निर्माण कम होता है। इससे कम से कम कील-मुंहासे होने की संभावना कम रहेगी। इसके अलावा बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचने का तरीका यह है कि आप ज्यादा समय तक फेस मास्क पहनने के बजाय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अगर मजबूरी में आपको मास्क पहनना ही पड़ रहा है, तो आप 6-8 घंटे में अपना मास्क बदलते रहें और मुंह का पसीना साफ  करते रहें।

ऐसे चुनें म्वाइस्चराइजर- त्वचा पर होने वाली खुजली से बचने के लिए आप ऐसे म्वाइस्चराइजर का प्रयोग कर सकते हैं, जिसमें सेरामाइड्स, स्कवालीन नियासिनामाइड या हायलूरॉनिक एसिड आदि तत्त्व मौजूद हों। ये तत्त्व बैक्टीरिया को उत्पन्न होने से बचाएंगे।


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