संक्रमित सोच वाली जमात

By: Apr 7th, 2020 12:05 am

अनुज कुमार आचार्य

लेखक, बैजनाथ से हैं

कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल में पिछले कुछ दिनों से समुदाय विशेष के लोग जिस प्रकार से कथित रूप से सड़कों तथा बस में थूक रहे हैं, नोटों पर वायरस वाले थूक का छिड़काव कर रहे हैं, फल की रेहड़ी में फलों को थूक लगाकर दूषित करते नजर आ रहे हैं, सिस्टर्स से दुर्व्यवहार कर रहे हैं एवं अश्लील आचरण कर रहे हैं और जेल जाती लॉरी में पुलिस पर  थूक रहे हैं, लॉकडाउन के इस दौर में नियमों को धत्ता बताकर कोरोना वायरस को फैलाने का कुप्रयास कर रहे हैं वह किसी से छिपा हुआ नहीं है।  सोशल मीडिया में पाकिस्तान से बनकर इंटरनेट के माध्यम से भारत में प्रचारित-प्रसारित हो रहे कई वीडियो में धर्म विशेष के लोगों को उकसाया जा रहा है कि कोरोना गले मिलने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है ताकि भारत के मुस्लिम भी इस दुष्प्रचार के लपेटे में आकर पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा का शिकार हो जाएं और भारत में कोरोना का खतरा बढ़ जाए। पाकिस्तान वर्षों से भारत सहित पूरे विश्व में आतंकवाद का पोषक और पालनहार बना हुआ है।  इसी प्रकार से हुबली, कन्नौज और इंदौर सहित देश के कई हिस्सों में नमाजियों और उत्पातियों द्वारा हुड़दंग मचाकर डाक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ  और पुलिस वालों पर पत्थरबाजी की घटनाएं अभी भी मुस्लिम समाज में व्याप्त जहालत, अशिक्षा और अज्ञानता की पराकाष्ठा की ओर इशारा करती हैं। इनकी धार्मिक कट्टरता और जाहिलता हमें पीछे की ओर धकेल रही है, जबकि हम विकसित राष्ट्र बनने का ख्वाब संजो बैठे हैं। आज इनकी इसी कट्टरता और पाकिस्तान परस्त सोच से सहिष्णु और सहृदय भारतीय समाज त्रस्त है। सरकार कह रही है कि देश में विद्वेष को बढ़ावा देने और धार्मिक कट्टरता का प्रचार- प्रसार करने वाली खबरों को परोसने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी। सरेआम कानून तथा संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले धर्म विशेष के कट्टरपंथियों पर आप क्यों नहीं सख्ती बरत रहें हैं। जिस धर्म के लोग और उनके रहनुमा पिछले कई दशकों से अपने धर्म स्थलों को राष्ट्र विरोधी तथा दूसरे धर्म के अनुयायियों के विरुद्ध दुष्प्रचार का अड्डा बनाकर बेरोकटोक अपनी गतिविधियों को संचालित करते आ रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई कब होगी। क्या हम एक और विभाजन की दिशा में अग्रसर हैं। आखिर भारतीय समाज भी कितना सहिष्णु बनकर रह पाएगा जब एक पक्ष खुलकर अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए पूरे समाज और वैश्विक स्थिरता के ताने-बाने को चुनौती देने में लगा हुआ है। हो सकता है कि कुछ तथाकथित सेक्युलर लोगों को मेरे जैसे शख्स की बातें चुभें या धर्म विशेष के मतावलंबियों को बुरी लगें, जो खुद को बुद्धिजीवी और अपने आपको धर्म के ठेकेदार कहते फिरते हैं, वे तिलमिलाएं या सिविल सोसायटी के कुछ संभ्रांत लोगों को भारत में धार्मिक आजादी के नाम पर संविधान की उड़ाई जा रही धज्जियों पर भी मौन रखना पसंद हो, लेकिन अब वक्त आ गया है कि कोरोना के नाम पर जिस तरह से तबलीगी जमात के लोग अपनी जहालत और घटिया सोच का प्रदर्शन करते हुए भारतीय समाज की स्थिरता एवं अस्तित्व को निशाना बनाने में लगे हुए, उन राष्ट्र विरोधी करतूतों के खिलाफ  आवाज बुलंद की जाए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App