स्लिप डिस्क की समस्‍या

By: May 23rd, 2020 12:17 am

ऐसे बहुत से लोग हैं, जो स्लिप डिस्क की समस्या से परेशान हैं। इस समस्या में सबसे पहले रीढ़ की हड्डी में दर्द होना शुरू होता है। कई बार कमर का निचला हिस्सा सुन्न भी पड़ जाता है। धीरे-धीरे नसों पर दबाव भी महसूस होना शुरू हो जाता है। परेशानी बढ़ने पर जरा सा झुकना भी मुश्किल हो जाता है। इससे धीरे-धीरे कमजोरी भी आनी शुरू हो जाती है…

स्लिप डिस्क यानी कि कमर के निचले हिस्से, रीढ़ की हड्डी या फिर कमर के बीच होने वाला दर्द। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो स्लिप डिस्क की समस्या से परेशान हैं। इस समस्या में सबसे पहले रीढ़ की हड्डी में दर्द होना शुरू होता है। कई बार कमर का निचला हिस्सा सुन्न भी पड़ जाता है। धीरे-धीरे नसों पर दबाव भी महसूस होना शुरू हो जाता है। परेशानी बढ़ने पर जरा सा झुकना भी मुश्किल हो जाता है। इससे धीरे-धीरे कमजोरी भी आनी शुरू हो जाती है। ऐसी स्थिति में ज्यादा देर तक खड़े रहना मुश्किल हो जाता है और बैठ कर उठने में भी परेशानी होती है। आज हम आपको स्लिप डिस्क में काम आने वाले घरेलू उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले आप जानिए स्लिप डिस्क के कारण।

ये हो सकते हैं स्लिप डिस्क के कारण

लोगों को होने वाली छोटी-छोटी परेशानी स्लिप डिस्क का कारण बन सकती है। मांसपेशियों में कमजोरी, शरीर में कैल्शियम की कमी, जरूरत से ज्यादा वजन उठाना, लगातार झुककर बैठना और गलत पोजीशन में बैठना भी स्लिप डिस्क के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा अधिक समय तक कम्प्यूटर या लैपटॉप के आगे बैठना, ज्यादा देर तक लेट कर या झुक कर कोई काम करना स्लिप डिस्क के कारण हैं। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को कमर दर्द की शिकायत हो सकती है। गर्भ में बच्चे के बढ़ने से कमर पर दबाव बढ़ता है, जिससे स्लिप डिस्क की शिकायत हो सकती है।

स्लिप डिस्क के लिए घरेलू उपचार

पांच लौंग और पांच काली मिर्च पीस लें और इसमें सूखे अदरक का पाउडर भी मिला लें। इस मिश्रण को चाय की तरह काढ़ा बना कर दिन में दो बार पिएं। दो ग्राम दालचीनी पाउडर और एक चम्मच शहद मिला लें। दिन में दो बार इसका सेवन करें, इससे बैक पेन में राहत मिल सकेगी। स्लिप डिस्क में भारी सामान बिलकुल न उठाएं। कमर दर्द और स्लिप डिस्क की समस्या से बचने के लिए अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार करें। मांसपेशियां मजबूत करने और दर्द से छुटकारा पाने के लिए डाक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से कुछ दर्द निवारक दवा ले सकते हैं। मोटापा बढ़ने का असर भी रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है इसलिए अपना वजन नियंत्रण में रखें और पेट की चर्बी न बढ़ने दें। ऊंची हील्स के जूते या सैंडल पहनने से बचें। सोने के लिए मुलायम गद्दे की बजाय सख्त गद्दा प्रयोग करें। इससे कमर सीधी रहेगी और पूरी कमर पर एक जैसा दबाव पड़ेगा। व्यायाम करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। जो लोग नियमित रूप से योग या एक्सरसाइज करते हैं उन्हें स्लिप डिस्क में फायदा होता है।


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