हमीरपुर में कोरोना पर बहुत बड़ी चूक: नेगेटिव बताकर घर भेजे 15 लोग निकले पॉजिटिव

By: May 29th, 2020 12:15 am

हड़कंप मचा; तो स्वास्थ्य महकमे ने देर रात घरों से जाकर उठाए सभी मरीज, सारी व्यवस्था सवालों के घेरे में 

हमीरपुर – वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर शुरू से ही सुर्खियों में रहा हमीरपुर जिला का स्वास्थ्य महकमा और यहां की व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। मामला जिला के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले उन 43 लोगों का है, जिनकी कोरोना रिपोर्ट को नेगेटिव बताकर पहले उन्हें घर भेज दिया गया, लेकिन बुधवार रात को जैसे ही इनमें से 15 लोगों के पॉजिटिव होने का खुलासा हुआ, तो आधी रात के बाद इन मरीजों को तलाश कर फिर से क्वारंटाइन सेंटरों में लाया गया। हालांकि डीसी हमीरपुर ने इस मामले को बड़ी चूक बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन इस लापरवाही ने कोविड-19 की व्यवस्थाओं में लगे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के अलावा तमाम विभागों की कार्यप्रणाली को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, 18 मई को मुंबई से आए जिला से ताल्लुक रखने वाले लोगों को जिला के विभिन्न संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में रखा गया था। इनके सैंपल 19 मई को जांच के लिए भेजे गए थे। भोरंज स्थित डुंगरी क्वारंटाइन सेंटर से भी इनमें कुछ लोग थे। 21 मई को इनमें से अधिकतर की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो 25 मई को दोबारा फालोअप के लिए सैंपल जांच को भेजे गए। 26 मई रात को जो रिपोर्ट आई, उनमें सात व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए। बाकी बचे 43 लोगों को 27 मई को दोपहर बाद होम क्वारंटाइन होने के लिए घर भेज दिया गया। इनमें बड़सर, भोरंज, नादौन और हमीरपुर क्षेत्र से लोग थे। 27 मई की रात को जब सैंपल की रिपोर्ट आई, तो इन 43 लोगों में 15 नाम वे भी आए, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। फिर क्या था, स्वास्थ्य महकमा और पूरा प्रशासन हक्का-बक्का रह गया। चूंकि ये लोग घरों में जा चुके थे और स्वाभाविक था कि अपने घरवालों और आस-पड़ोस वालों से भी मिले होंगे। आधी रात होने वाली थी, फिर क्या था मेडिकल टीमें मरीजों को तलाशने में जुट गईं और सुबह होते-होते सभी 15 मरीजों को एनआईटी हमीरपुर में लाकर क्वारंटाइन किया गया। एक ऐसी बीमारी, जिसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग होने की बार-बार चेतावनी दी जाती है, उसमें इतनी बड़ी लापरवाही ने सारी व्यवस्थाओं को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।

हमीरपुर जिला में पहले भी हो चुकी है ऐसी चूक

नादौन उपमंडल के गलोड़ में दिल्ली से आया एक व्यक्ति जब पॉजिटिव निकला था, तो उससे अगली सुबह पुलिस प्रशासन की ओर से बयान जारी किया गया था कि वहां तीन और लोग पॉजिटिव आए हैं, जिनमें एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं। ऐसा कहा गया था कि ये लोग उनके घर दूध लाने जाते थे। यह खबर कुछ ही पलों में पूरे प्रदेश में फैल गई थी, लेकिन प्रशासन ने जल्द ही इस भूल को सुधारते हुए लिखित में बयान जारी किया था कि यह सूचना गलत है।


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