छह निदेशकों ने दिया इस्तीफा

By: Jun 2nd, 2020 12:01 am

दि जोगिंद्रा सहकारी बैंक में सामूहिक त्याग पत्र के बाद प्रदेश के सियासी गलियारों में हलचल का आलम

सोलन – प्रदेश में सोमवार को देर सायं हुए एक नाटकीय घटनाक्रम में दि जोगिंद्रा सहकारी बैंक के कुल 11 निदेशकों में से छह ने त्यागपत्र दे दिया। निदेशक मंडल के छह सदस्यों द्वारा इस्तीफे देने के बाद अब बैंक को संचालित करने वाली कार्यकारिणी अल्पमत में आ गई है। प्रमुख पहलू यह है कि जोगिंद्रा बैंक के कुल छह सदस्य निर्वाचित होकर आते हैं तथा पांच सरकार द्वारा नामित होते हैं, लेकिन इन छह निर्वाचित सदस्यों में से पांच सदस्यों ने सामूहिक त्यागपत्र देकर प्रदेश के सियासी गलियारों में एक और हलचल पैदा कर दी है। अब निर्वाचित सदस्य में वर्तमान अध्यक्ष विजय सिंह ठाकुर ही अकेले बचे हैं। विडंबना है कि सरकार द्वारा नामित एक सदस्य ने भी पांच निर्वाचित सदस्यों का साथ देते हुए जादूई आंकड़े छह को छू लिया है तथा बैंक की प्रबंधन समिति को अल्पमत में ला दिया है। बैंक के जिन छह सदस्यों ने रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं को त्यागपत्र सौंपा है, उनमें नालागढ़ ब्लॉक के केके भारद्वाज, धर्मपुर ब्लॉक के आरके नेगी, सोलन ब्लॉक से मोहन मेहता, कुनिहार ब्लॉक से हरि किशन, बद्दी के (व्यक्तिगत कोटा) संजीव कौशल व नामित सदस्य विनोद कुमार शामिल हैं। गौर हो कि दि जोगिंद्रा सहकारी बैंक के निदेशक मंडल में कुल 11 सदस्य हैं। इसमें से छह सदस्य निर्वाचित होकर विभिन्न ब्लॉक से आते हैं तथा पांच सदस्यों को प्रदेश सरकार नामित करती है। इन नामित सदस्यों में दो को रजिस्ट्रार, दो को सरकार व एक सदस्य राज्य सहकारी बैंक से शामिल होते हैं। यदि किसी कारण मतदान में मुकाबला ‘टाई’ हो जाता है, तो बैंक के एमडी को वोटिंग करने का अधिकार होता है, परंतु छह सदस्यों के त्यागपत्र के बाद अब सीधे तौर पर बीओडी अल्पमत में आ गया है।

अध्यक्ष पर आरोप, सुझावों पर अमल नहीं

लिखित पत्र में इन सदस्यों ने आरोप लगाया है कि बैंक के अध्यक्ष उनके किसी भी सुझाव पर कोई अमल नहीं करते तथा कर्मचारी वर्ग के हितों को दरकिनार करते हुए उन्हें प्रताडि़त किया जाता है। रजिस्ट्रार को लिखे पत्र में अन्य कई महत्त्वपूर्ण विषयों को भी उजागर किया गया है। इस पत्र की प्रतिलिपि ‘दिव्य हिमाचल’ के पास भी मौजूद है। पत्र में मांग की गई है कि बैंक व कर्मचारी वर्ग के हित में अतिशीघ्र निदेशक मंडल को बर्खास्त किया जाए तथा तुरंत एक प्रशासक की नियुक्ति की जाए।

नियमों के अनुसार करेंगे कार्रवाई

प्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल से जब पूछा गया, तो उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि छह सदस्यों के त्यागपत्र की कापी उन्हें भी आ गई है तथा शीघ्र विभागीय नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App