देश में रिकवरी रेट 62 फीसदी, नए मरीज के मुकाबले दोगुनी संख्या में ठीक हो रहे लोग

By: Jul 10th, 2020 12:07 am

नई दिल्ली   – भारत आबादी के लिहाज से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है, लेकिन यहां प्रति दस लाख आबादी पर कोरोना के केसों और मौतों  की संख्या विश्व में सबसे कम पाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विश्व में प्रति दस लाख आबादी में कोरोना के औसत मामलों की संख्या 1497 हैं, लेकिन भारत में यह आंकड़ा 538 हैं और  चिली जैसे छोटे देश में प्रति दस लाख लोगों में कोरोना के 15747 मामले पाए जा रहे हैं। अमरीका में यह संख्या 8832 है और विश्व के अन्य देशों में यह ईरान (2925), ब्रिटेन (4218), रूस (4802), स्पेन (5393) हैं। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन और स्पेन में प्रति दस लाख आबादी में लोगों की होने वाली मौतों की संख्या भारत से  40 गुना अधिक है । विश्व में प्रति दस लाख की आबादी में कोरोना से होने वाली मौतों का औसत 69.3 लोग हैं, लेकिन भारत में यह 15 व्यक्ति प्रति दस लाख हैं। स्पेन में प्रति दस लाख लोगों में 607.3 और ब्रिटेन में 653.9 लोगों की कोरोना से मौत हुई हैं। देश में अभी तक कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 269789 है और अब तक कोरोना के 476378 मरीज ठीक हो चुके हैं और कोरोना की रिकवरी दर 62.09 प्रतिशत हो गई है। देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

45 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग पर ज्यादा खतरा

देश में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर कोरोना का खतरा ज्यादा है। 44 वर्ष की उम्र तक के सिर्फ 15 प्रतिशत लोग ही कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जबकि शेष 85 प्रतिशत मरीज 45 वर्ष और इससे ऊपर के हैं। देश में 60 से ज्यादा उम्र वालों की आबादी 10 फीसदी है। इनमें 53 प्रतिशत लोगों ने कोविड-19 की वजह से दम तोड़ा है।


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