लद्दाख में जवानों संग सीना तान खड़े हुए मोदी, चीन के साथ तनाव के बीच अचानक लेह पहुंचकर प्रधानमंत्री ने सबको चौंकाया

By: Jul 4th, 2020 12:08 am

लेह – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गलवान झड़प के 18 दिन बाद शुक्रवार सुबह अचानक लेह पहुंचकर हर किसी को चौंका दिया। प्रधानमंत्री ने लद्दाख में करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित नीमू बेस पर थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। उनके साथ चीफ  ऑफ  डिफेंस स्टाफ  जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवणे भी थे। इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक तरफ  भारतीय जवानों का उत्साह बढ़ाया, तो दूसरी तरफ  बिना नाम लिए चीन को जमकर सुनाया भी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय जवानों ने दुनिया को अपनी बहादुरी का नमूना दिखा दिया है। लद्दाख में चीनी हरकतों पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि अब विस्तारवाद का जमाना चला गया है, यह विकासवाद का वक्त है। बीती शताब्दी में विस्तारवाद ने ही मानव जाति का विनाश किया। किसी पर विस्तारवाद की जिद सवार हो तो हमेशा वह विश्व शांति के सामने खतरा है। इतिहास गवाह है कि ऐसी ताकतें मिट जाती हैं। बता दें कि चीन समय-समय पर लद्दाख, अरुणाचल के इलाकों पर अपना दावा जताता रहता है। इतना ही नहीं, हाल ही में रूस और भूटान की कुछ जमीन पर भी उसने अपना दावा किया था। पीएम ने कहा कि जब-जब वह राष्ट्र रक्षा से जुड़े फैसले के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहले दो माताओं को याद करते हैं। पहली हमारी भारत माता, दूसरी वे वीर माताएं, जिन्होंने सैनिकों को जन्म दिया। इसके बाद पीएम ने कहा कि जवानों के सुरक्षा उपकरणों और हथियारों की हरसंभव मदद की कोशिश सरकार कर रही है। हम सशस्त्र बलों की जरूरतों पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि उनकी भुजाएं चट्टान जैसी हैं। हमारे दुश्मनों ने जवानों का जोश और गुस्सा देख लिया है। जवानों की तारीफ  में मोदी ने कहा कि आपने जो वीरता हाल ही में दिखाई, उससे विश्व में भारत की ताकत को लेकर एक संदेश गया है । आपके और आपके मजबूत संकल्प की वजह से आत्मनिर्भर भारत बनने का हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है। आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मजबूत और अटल है, देश को आप पर गर्व है। पीएम मोदी के दौरे से सैनिकों में कितना जोश भरा, इसका पता एक वीडियो से मिलता है। जब प्रधानमंत्री वापस रवाना हो रहे थे तो सेना के जवान भारत माता की जय और वंदेमातरम का जोरदार उद्घोष कर रहे थे। चीफ  ऑफ  डिफेंस स्टाफ  जनरल बिपिन रावत के साथ सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे की मौजूदगी ने भी जवानों को नई ऊर्जा दी। पीएम मोदी ने अपने दौरे से देश की जनता को भी यह संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार सैनिकों के साथ खड़ी है। पीएम मोदी ने अपने दौरे से देशवासियों को यह बताया कि उनकी सरकार ने चीन की तरह अपने सैनिकों को अकेला नहीं छोड़ रखा है। इसके बाद पीएम मोदी ने लद्दाख पहुंचकर गलवान घाटी में चीन की सैनिकों के साथ लड़ाई में घायल हुए सैनिकों से मुलाकात की। घायल जवानों से मिलने पहुंचे मोदी ने कहा कि जो जवान हमारे बीच नहीं हैं, वे बहुत ही बहादुर थे। उन्होंने दुश्मन को करारा जवाब दिया। आप अस्पताल में हैं, इसलिए आपको जानकारी नहीं होगी कि देश के 130 करोड़ देशवासी आपको लेकर कितने गौरवान्वित हैं। आपका शौर्य और साहस नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रहा है। आपका यह पराक्रम और शौर्य और जो आपने देश के लिए रक्त बहाया है, वह देशवासियों खासकर युवा पीढी को लंबे समय तक प्रेरणा देता रहेगा।

पाक और चीन, दोनों को स्पष्ट संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस नीमू बेस कैंप पर गए, वह जगह भारत की चीन और पाकिस्तान सीमा से ज्यादा दूर नहीं। पूर्व में एलएसी है और पश्चिम में एलओसी। यह जगह शायद इसीलिए चुनी गई, ताकि दोनों देशों को साफ  संदेश जाए कि भारत का राजनीतिक नेतृत्व सामने से मुकाबला करता है। और यह भी कि भारत किसी तरह की धमकी या आक्रामक रुख से घबराने वाला नहीं है।

मोदी के दौरे से बौखलाया चीन बोला, भड़काने वाले कदम न उठाएं

बीजिंग। लद्दाख में एलएसी पर चल रहे भारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे से चीन बौखला गया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि किसी भी पक्ष को ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे इस मौके पर माहौल और ज्यादा खराब हो जाए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने कहा कि माहौल को हल्का करने के लिए भारत और चीन संपर्क में हैं। चीन ने प्रधानमंत्री द्वारा उसके लिए विस्तारवादी शब्द के इस्तेमाल पर भी विरोध जताया है।


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