ऐसे करें डेंगू से बचाव

By: Aug 22nd, 2020 12:16 am

हर बार से अलग इस साल बरसात के सीजन में डेंगू के फैलने की उम्मीद कम की जा रही थी। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग अपनी सेहत को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। साफ सफाई और हाइजिन के साथ ही ज्यादातर लोगों का फोकस हेल्दी डाइट लेने पर है। ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। जरूरी है कि आप डेंगू के बारे में पूरी जानकारी जुटाएं और अपने बचाव के लिए हर संभव प्रयास करें। आपको बता दें कोरोना संक्रमण की तरह ही डेंगू फीवर भी आसानी से मरीज का पीछा नहीं छोड़ता है। यह बुखार ठीक होने के बाद भी करीब सालभर तक मरीज को परेशान करता है। क्योंकि इस बुखार में इनसान का शरीर बहुत अधिक कमजोर हो जाता है।

डेंगू बुखार के लक्षण-शुरुआत में डेंगू का बुखार सामान्य फीवर की तरह की लगता है। इसके बाद बहुत तेज ठंड और कंपकपी के साथ बुखार अधिक बढ़ने लगता है। सिर सहित पूरे शरीर में दर्द होता है। यह दर्द सामान्य दर्द से अधिक पीड़ा देने वाला होता है। ऐसा महसूस होता है कि व्यक्ति की मांसपेशियां खिंच रही हैं और हड्डियां टूट रही हैं। शरीर के जोड़ो में दर्द होता है और आंखों के पिछले हिस्से में बहुत तेज दर्द लगातार बना रहता है। रोगी को भूख नहीं लगती है। गले में पीड़ा होती रहती है। इस कारण व्यक्ति कुछ खा नहीं पाता और शरीर में लगातार कमजोरी बढ़ने लगती है। इस बुखार में व्यक्ति के शरीर का प्लेटलेट्स काउंट बहुत अधिक कम हो जाता है। यदि समय पर इस बुखार का इलाज ना कराया जाए, तो मरीज की जान भी जा सकती है।

डेंगू से बचने के उपाय- डेंगू का रोग मच्छरों के कारण फैलता है। इसलिए बेहतर है कि आप अपने घर के आसपास, बालकनी, छत, नालियों, गमलों, कूलर, फ्रिज के डिफ्रॉस्ट बॉक्स आदि में पानी जमा न होने दें।

डेंगू का रामबाण इलाज-  घर में गिलोय का अर्क लाकर रखें या गिलोय की बेल लगाएं और नियमित रूप से गिलोय का सेवन करें। डेंगू के इलाज और इसके बचाव दोनों के लिए ही गिलोय रामबाण इलाज है। यदि आपको गिलोय का अर्क पीने और पत्ते से जूस बनाने में समस्या है, तो आप गिलोय की टैबलेट्स भी ले सकते हैं।


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