बरसात में कैसा हो खानपान

By: Aug 22nd, 2020 12:16 am

आयुर्वेद के नियम हजारों सालों से अपना महत्त्व इसीलिए बनाए हुए हैं, क्योंकि इसमें दवाओं से ज्यादा स्वस्थ जीवनशैली को महत्त्व दिया गया है। आयुर्वेद का मानना है कि व्यक्ति सही आहार और सही जीवनशैली अपनाए, तो हमेशा स्वस्थ और निरोगी रह सकता है। इसीलिए आयुर्वेद में हर मौसम के अनुरूप जीवनशैली और खान-पान के कुछ नियम बताए गए हैं, जिन्हें ऋतुचर्या कहते हैं। अभी मानसून सीजन है और इस सीजन में बरसात होती है। आयुर्वेद के अनुसार बारिश के मौसम में आपका खान-पान कैसा होना चाहिए यानी आयुर्वेद में वर्षा ऋतुचर्या के लिए आहार नियम। इन आहार टिप्स को अपनाकर आपकी इम्युनिटी भी बूस्ट होगी और आप निरोगी रह सकेंगे।

डाइट में शामिल करें ये अनाज

अनाजों में बहुत ताकत होती है। अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं और इनमें ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्ज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को सैकड़ों तरह की बीमारियों से बचाते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में आपको गेहूं, चावल, ज्वार, ओट्स, मक्का आदि का सेवन करना चाहिए। आप इन अनाजों के प्रयोग से ढेर सारी डिशेज बना सकते हैं जैसे रोटी, परांठा, पोहा, डोसा, उपमा, इडली, स्प्राउट्स, कांजी (चावल का सूप), खिचड़ी, दलिया आदि

जरूर खाएं ये फल और सब्जियां

आयुर्वेद के अनुसार आपको हमेशा मौसमी फलों और सब्जियों का ही सेवन करना चाहिए। बगैर मौसम की चीजें बाजार में भले ही मिल रही हों, उनका सेवन आपके लिए लाभप्रद नहीं है। फल और सब्जियों में ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स, मिनरल्ज और विटामिन्स होते हैं, जिसके कारण ये शरीर को स्वस्थ रखने में महत्त्वपूर्ण होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में तरह-तरह के रंगीन फलों और सब्जियों को शामिल करें। बारिश के मौमस में आपको कद्दू, भिंडी, प्याज, लहसुन, टमाटर, अदरक, तोरई, अरबी, शिमला मिर्च, बैंगन आदि का सेवन करना चाहिए। फलों में आप सेब, अनार, चेरी, आड़ू, अनानास, नाशपाती, कीवी, जामुन और दूसरे लोकल सीजनल फलों का सेवन कर सकते हैं। मसाले स्वाद तो बढ़ाते ही हैं साथ ही सही मसालों का प्रयोग करें, तो आपकी इम्युनिटी भी बढ़ती है। इसलिए अपने खाने में हींग, जीरा, धनिया के बीज, काली मिर्च, इलायची, दालचीनी, तेजपत्ता, मेथी के बीज, अजवाइन के बीज आदि को जरूर शामिल करें।

लाइफस्टाइल के इन नियमों का भी करें पालन

बारिश के मौसम में छाछ, दही, गाय का दूध और देशी घी का सेवन जरूर करें। रोजाना सुबह उठने के बाद एक बड़ा गिलास गुनगुना पानी पीने के बाद अपने दिन की शुरुआत करें।

योगासन, प्राणायाम और ध्यान के लिए रोजाना सुबह या शाम थोड़ा समय जरूर निकालें। बारिश के मौसम में पत्तेदार सब्जियां कम खाएं, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया और कीड़े होते हैं, जो आपको बीमार बना सकते हैं। दोपहर के भोजन में मीठा, नमकीन, खट्टा, तीखा आदि सभी स्वाद की चीजें शामिल होनी चाहिए, जबकि रात के समय मीठे और खट्टे का सेवन वर्जित है।


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