बिलासपुर में जिमीकंद-हल्दी-अदरक की खेती को देंगे बढ़ावा

By: Aug 11th, 2020 12:22 am

दावीं घाटी में कृषि विभाग ने शुरू की कदमताल, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कृषि विभाग से मांगी विस्तृत कार्ययोजना

दिव्य हिमाचल ब्यूरो। बिलासपुर-बिलासपुर की दावीं घाटी में जिमीकंद की खासी पैदावार को देखते हुए अब कृषि महकमा जिले में इसका बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू करने की तैयारी में है। साथ ही हल्दी व अदरक की खेती को भी बढ़ावा देने की दिशा में भी कारगर योजना बनेगी।  जिले में ही जिमीकंद, हल्दी व अदरक को उपयुक्त मार्केट भी मिलेगी, क्योंकि उद्योग विभाग के माध्यम से स्थापित होने वाले प्रोसेसिंग यूनिट्स में ही इनकी खपत हो जाएगी।

इससे कृषकों को घरद्वार पर ही उनके द्वारा तैयार किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के बेहतर दाम मिल सकेंगे। पिछले दिनों उपायुक्त कार्यालय परिसर में बचत भवन में आयोजित वीडियो कान्फ्रेंसिंग क दौरान केंद्रीय राज्य वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कृषि विभाग बिलासपुर से एक प्लान मांगा है। इसके साथ ही अदरक व हल्दी की खेती को बढ़ावा देने को लेकर भी प्लान मांगा है क्योंकि जिला में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हल्दी व अदरक काफी मात्रा में पैदा होता है।

किसान बागबानों को जिमीकंद, हल्दी व अदरक की खेती के जरिए आर्थिक तौर पर संपन्न बनाने को लेकर यह योजना कारगर साबित होगी। सांसद अनुराग ठाकुर की ओर से जारी निर्देशों के तहत कृषि महकमे ने प्लान तैयार करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है और जल्द ही एक विस्तृत कार्ययोजना केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री को प्रेषित की जाएगी। उधर, कृषि विभाग बिलासपुर के उपनिदेशक डा. कुलदीप पटियाल ने बताया कि जिले में जिमीकंद के अलावा हल्दी व अदरक का बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू होगा। इसके लिए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर जल्द से जल्द प्रेषित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।

उन्होंने बताया कि जिमीकंद पर बंदरों का अटैक नहीं होता लिहाजा बंदरों से प्रभावित क्षेत्रों में इसका बडे़ स्तर पर उत्पादन शुरू किया जा सकता है। इसके साथ ही हल्दी व अदरक की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी कारगर योजना बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ स्पाईस रिसर्च केरला से नई तकनीक आधारित बीज मंगवाए जाएंगे ताकि इन्हें आगे किसान बागबानों को उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला में हल्दी की प्रगति नामक वैरायटी किसान तैयार कर रहे हैं। आगामी समय में नई वैरायटी भी मंगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि विभाग ने इस बार सौ किलो हिमगिरी वेरायटी का अदरक किसानों से खरीदा है।

उत्पादक किसान को राष्ट्रीय स्तर का मिल चुका अवार्ड

दावीं घाटी जुखाला क्षेत्र के करोट में जिमीकंद का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है और यही वजह है कि करोट के ही प्रगतिशील किसान श्यामलाल ठाकुर को राष्ट्रीय उत्कृष्ट किसान का अवार्ड प्राप्त हो चुका है। ऐसे में जिमीकंद की खेती की अपार संभावनाओं को देखते हुए बिलासपुर जिला में बड़े स्तर पर जिमीकंद उत्पादन शुरू करने के लिए योजना का प्रारूप मांगा गया है।


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