टीएमसी में सीटी स्कैन मशीन हांफी
अस्पताल प्रशासन ने फिर बुलाया टेक्नीशियन, टांडा में करीब 13 साल पुरानी है मशीन
कांगड़ा – डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा में सीटी स्कैन मशीन फिर खराब हो गई है। टीएमसी में पहुंचने वाले मरीजों की दिक्कतें कम होती नजर नहीं आ रही हैं, क्योंकि यहां सीटी स्कैन की दूसरी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। करीब 13 साल पुरानी इस मशीन के थोड़ा समय चलने के बाद अचानक फाल्ट आ जाता है। गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम ने टीएमसी में संचालित सीटी स्कैन और एमआरआई मशीनों को रिपलेस कर आधुनिक मशीनें लगाने की घोषणा की थी। बावजूद इसके अभी तक हालात वैसे ही हैं। हर बार टेक्नीशियन आते हैं, मशीन को ठीक कर जाते हैं, लेकिन फिर फाल्ट आ जाता है।
टांडा में रोजना 25 से 30 सीटी स्कैन किए जाते हैं, मगर इन दिनों मशीन के फिर खराब होने के चलते इस सुविधा से वंचित है। लोग अपनी फरियाद सुनाएं, तो सुनाएं किसको। सरकार भी शायद घोषणा कर नई मशीनें लगाना भूल गई है। नतीजतन मशीनों के खराब होने से मरीजों को मजबूरन निजी सेंटरों का रुख करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि टीएमसी अस्पताल प्रशासन ने मशीन को ठीक करने के लिए फिर टेक्नीशियन बुलाया है। ऐसे में उ मीद जताई जा रही है कि जल्द यह मशीन फिर वर्किंग में आएगी, लेकिन यह कहना भी मुश्किल है कि कब यह दोबारा हांफ जाए।
इसके अलावा हाल ही में एमआरआई मशीन भी दुरूस्त की जा चुकी है व मरीजों अब इस सुविधा का लाभ जरूर मिल रहा है। मगर यह एमआरआई मशीन भी सालों पुरानी है व कई दफा वर्किंग करना छोड़ जाती है। बता दें कि आमूमन टांडा मेडिकल कालेज में रोजाना 15 से 16 एमआरआई टेस्ट होते है, लेकिन कोरोना काल में यह सं या बेहद कम हो गई। कोविड काल में भी टांडा में आधा दर्जन एमआरआई टेस्ट होते रहे हैं, लेकिन कुछ माह पहले मशीनी फाल्ट के चलते सुविधा चरमरा गई थी। टीएमसी में भी कई बार सीटी स्कैन मशीन जवाब दे चुकी हैं।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App