बच्चों को प्यार से समझाएं

By: Sep 5th, 2020 12:20 am

ऐसा हो ही नहीं सकता कि पेरेंट्स को बच्चों पर गुस्सा न आए। बच्चे बहुत शैतान होते हैं और इस वजह से उनसे कई बार गलतियां हो जाती हैं। ऐसे में अकसर मां-बाप का बच्चों पर हाथ उठ जाता है। कुछ पेरेंट्स तो बच्चों को सबक सिखाने के लिए मारपीट को ही सही रास्ता समझते हैं,जो कि बिलकुल गलत है। पेरेंट्स के बच्चों पर हाथ उठाने का भावात्मक और शारीरिक असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि पेरेंट्स के हाथ उठाने पर बच्चा कैसा महसूस करता है।

बच्चों पर हाथ उठाने के कारण- पेरेंट्स को उल्टा जवाब देने या चिल्लाने पर, गुस्सा करने या नखरे दिखाने पर, कोई नियम तोड़ने पर, चेतावनी को नजरअंदाज करने पर, पेरेंट्स की अपेक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ होना, बच्चे को कुछ गलत करने से रोकने पर पेरेंट्स उन पर हाथ उठा देते हैं।

बच्चे भी बन जाते हैं  हिंसक – अगर आप बच्चों पर हाथ उठाकर उन्हें अनुशासन सिखाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें ऐसा लगने लगता है कि मारपीट करना सही है और वो भी अपने आसपास के लोगों के साथ ऐसा ही करते हैं। बच्चे अपने आसपास के लोगों और पेरेंट्स से ही सीखते हैं। छोटी-छोटी बातों पर बच्चे को डांटने से उसके मन में डर बैठ सकता है और बड़ा होकर वो भी दूसरों के साथ ऐसा ही व्यवहार कर सकता है।

बिगड़ता है बच्चा- बच्चे पर हाथ उठाने से न केवल उसे शारीरिक पीड़ा होती है, बल्कि वह भावनात्मक रूप से भी आहत महसूस करता है। पेरेंट्स की पिटाई बच्चों को भावनात्मक रूप से झकझोर देती है। अगर पेरेंट्स बार-बार बच्चे को उनकी गलती ही बताते रहें, तो इससे बच्चे को लगने लगता है कि वो एक अच्छा इनसान नहीं है। वो खुद को बुरा मानने लगता है और बड़ा होकर अपनी ही इज्जत नहीं कर पाता है।

आत्मविश्वास में कमी- यदि आपको लगता है कि पिटाई करने से आपके बच्चे के व्यवहार में कोई सुधार आएगा, तो आप गलत हैं। पिटाई के निशान शरीर से तो चले जाते हैं, लेकिन मन पर गहरी छाप छोड़ जाते हैं। अपने साथ हुए बुरे व्यवहार के कारण बच्चे के आत्मविश्वास को चोट लग सकती है। आप उसे जितना मारेंगे, वो उतना ही ज्यादा गलतियां करेगा। इससे उसे अपने बारे में और ज्यादा बुरा महसूस होगा जो कि बच्चों के विकास के लिए बिलकुल भी सही नहीं है।

विद्रोही हो जाते हैं- बच्चों पर हाथ उठाने वाले पेरेंट्स अकसर यह नहीं समझ पाते हैं कि ऐसा करके वो अपने बच्चों को ही अपने से दूर कर रहे हैं। अगर आपकी ये आदत बहुत ज्यादा बढ़ गई है, तो वो एक या दो बार तो डरेगा, लेकिन इसके बाद विद्रोही बन जाएगा। उसे पता होगा कि वो चाहे कुछ भी गलत कर ले, आप बस उसकी पिटाई करके उसे छोड़ देंगे।

गुस्सा बढ़ सकता है- जिन बच्चों के साथ मारपीट होती है, उनमें अकसर गुस्सा अधिक देखा जाता है। अगर छोटी-छोटी बातों पर बच्चे की पिटाई करते हैं, तो इससे बच्चे के मन में गुस्सा पैदा होने लगता है। ये गुस्सा किसी भी नकारात्मक तरीके से बाहर आ सकता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App