बुनाई से होता है दिमाग तेज

By: Dec 5th, 2020 12:16 am

बुनाई करने से अंगुलियां व हाथ क्रियाशील रहते हैं और यदि आप गठिया की मरीज हैं, तो बुनाई आपके लिए और भी फायदेमंद है…

सर्दी का मौसम आते ही स्वेटर की जरूरत महसूस होने लगती है। कुछ सालों पहले तक महिलाएं सर्दी शुरू होते ही स्वेटर बुनने लगती थीं। दोपहर में धूप सेंकती और एक-दूसरे से नए डिजाइन सीखती थीं। हालांकि आजकल ये दृश्य कम ही दिखाई देते हैं। अब इसे लोगों की व्यस्तता कहें या फिर स्टेटस सिंबल, आधुनिकता के इस दौर में स्वेटर बुनने की यह कला लुप्त होती जा रही है। पर क्या आपने कभी यह सोचा है कि बुनाई और हाथ से बने स्वेटर सिर्फ  ठंड ही नहीं भगाते, उनके साथ भावनाओं की गरमाहट भी होती है। खासकर बच्चों के लिए तैयार हैंडमेड स्वेटर की बात ही कुछ और है।  साथ ही जाने-अनजाने में बुनाई कई शारीरिक व मानसिक समस्याओं को भी दूर भगा देती है। बुनाई दिमाग को रिलेक्स करने में भी मदद करती है।

जिस तरह ध्यान केंद्रित करने के लिए शांत वातावरण की जरूरत होती है, वैसे ही नई डिजाइन तैयार करने के लिए ध्यान केंद्रित करना पड़ता है। यदि आप शौकिया तौर पर ही कुछ समय के लिए बुनाई करती हैं, तो आपको उससे कई लाभ होंगे।  बुनाई के दौरान हाथ और आंखों के बीच सामंजस्य की भी जरूरत होती है। इसका पूरे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही इससे हाथ व आंखों का व्यायाम भी हो जाता है। बुनाई करने से अंगुलियां व हाथ क्रियाशील रहते हैं और यदि आप गठिया की मरीज हैं, तो बुनाई आपके लिए और भी फायदेमंद है।

  ध्यान रखें कि बुनाई करते समय आपका पोस्चर बिलकुल सही हो व रोशनी भी पर्याप्त हो। बुनाई करने से दिमाग भी तेज होता है, क्योंकि बुनाई करते वक्त दोनों हाथ सक्रिय रहते हैं और दिमाग के दोनों हिस्से एक साथ काम करते हैं, जिससे एकाग्रता बढ़ती है व दिमाग तेज होता है। इस तरह बुनाई के नए पैटर्न की तलाश महिलाओं की दिनचर्या को काफी रोचक बना देती है।

इस प्रयास में एक ओर महिलाओं को सखियों के संग बातें करने का मौका मिल जाता है, तो वहीं बातों-बातों में खूबसूरत डिजाइन का स्वेटर बनकर तैयार हो जाता है। जब आप किसी डिजाइन को दिमाग में बैठाती हैं और फिर उसकी बुनाई करती हैं तो आपकी स्मरण शक्ति भी तेज होती है। बुनाई करते समय कंधे की मांसपेशियों में भी हलचल होती रहती है, जिससे रक्त प्रवाह की गति में भी फर्क पड़ता है। भले ही आज फैशन ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए रेडीमेड स्वेटर पहनना पसंद करने लगे हों, पर बात जब ठंड से बचने की होती है, तो हाथ से बुने स्वेटर में ही सुकून मिलता है। इस बात का एहसास महिलाओं को भी होता है, तभी तो सर्दी शुरू होने के ठीक पहले ही वे नया स्वेटर बनाने की तैयारी शुरू कर देती हैं।

हाथ से बुनाई करने पर आप अपनों के लिए कुछ खास रच सकेंगी। इससे आपको रचनात्मक संतुष्टि भी मिलेगी। यदि आप होम मेकर हैं  और साथ ही बुनाई में एक्सपर्ट हैं, तो आप इसे आमदनी का जरिया भी बना सकती हैं। इससे आपको आर्थिक मदद भी मिलेगी और आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। अगर आप सेहत में बोनस पाना चाहती हैं तो बुनाई को शौक की तरह ट्रीट करें। हमेशा सूझ-बूझ से सही कलर कंबीनेशन बनाएं, ताकि बुनाई देखकर लोग आपकी तारीफ करें। आपकी मेहनत व्यर्थ न हो इसलिए ऊन की क्वालिटी पर ध्यान दें। डिजाइन के हिसाब से सही ऊन चुनें। सिलाई की क्वालिटी पर भी ध्यान दें।


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