पागल बाबा मंदिर वृंदावन

By: Dec 12th, 2020 12:22 am

मथुरा जिसे श्री कृष्ण की जन्म भूमि कहा जाता है। यहां कण-कण में भगवान श्री कृष्ण का वास है और इस भूमि पर अनगिनत मंदिर स्थापित हैं। हर भवन कान्हा और राधा रानी से जुड़ा है, जिसमें उनकी लीलाओं का वर्णन अलग-अलग रूपों में है। यहां के हर मंदिर में पूरे साल भक्तों का तांता लगा रहता है। दुनिया भर से लोग यहां भगवान के दर्शनों के लिए आते रहते हैं। जब-जब धरती पर पाप बड़ा है, तब-तब भगवान ने अवतार लिए हैं। जब भी किसी भक्त ने भगवान को पुकारा है, तो वे स्वयं उसकी मदद करने आए हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि श्री कृष्ण अपने किसी भक्त के लिए कोर्ट में भी पेश हुए हैं। जी हां,आज हम आपको बांके बिहारी के एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहें हैं। श्री कृष्ण से जुड़ा ये मंदिर पागल बाबा के नाम से प्रसिद्ध है।

पागल बाबा मंदिर वृंदावन में स्थित है। इस मंदिर के बारे में एक कथा प्रचलित है। जिसके अनुसार एक गरीब ब्राह्मण जोकि श्री कृष्ण का बहुत बड़ा भक्त था। वह पूरा दिन ठाकुर जी का नाम जपता रहता था। उसे जो भी रूखा-सूखा खाने को मिलता, वे उसे भगवान की मर्जी समझकर खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करता था। एक बार उसे कुछ पैसों की जरूरत पड़ी, तो वो किसी साहूकार से पैसे लेने गया। साहूकार ने कहा कि उसे जल्द ही पैसे लौटाने होंगे। उसकी बात मानकर वो पैसे लेकर घर आ गया। वे ब्राह्मण हर महीने किश्त के हिसाब से साहूकार के पैसे लौटा रहा था। आखिरी किश्त के थोड़े दिन पहले ही साहूकार ने पैसे न लौटाने का समन पत्र उसके घर भिजवा दिया। ये देखकर ब्राह्मण बहुत परेशान हुआ और वो साहूकार से विनती करने लगा,लेकिन साहूकार नहीं माना। कोर्ट में जाकर भी ब्राह्मण ने जज से यही बोला कि एक किश्त के अलावा मैने सारा कर्ज चुका दिया है।

ये साहूकार झुठ बोल रहा है। ये सब सुनकर जज ने ब्राह्मण से कहा कोई गवाह है, जिसके सामने तुमने धन लौटाया हो। उसने इस बारे में बहुत सोचा और अंत में अपने भगवान को याद करते हुए उसने बांके बिहारी का नाम लिया। ये सुनकर पहले तो जज हैरान हुआ, लेकिन बाद में उसने उनका पता मांगा। ब्राह्मण के कहने पर एक नोटिस बांके बिहारी के मंदिर में भिजवाया गया। पेशी की अगली तारीख पर एक बूढ़ा आदमी कोर्ट में पेश हुआ और ब्राह्मण की तरफ से गवाही देते हुए बोला कि जब ब्राह्मण साहूकार के पैसे लौटाता था, तब मैं उसके साथ होता था। बूढ़े आदमी ने रकम वापस करने की हर तारीख को कोर्ट में बताया और साहूकार के खाते में बूढ़े आदमी द्वारा बताई गई रकम की तारीख भी सही निकली। साहूकार ने रकम तो दर्ज की थी, लेकिन नाम फर्जी लिखे थे। जज ने ब्राह्मण को निर्दोष करार दिया, लेकिन वो हैरान था कि इतना बूढ़ा आदमी इतनी तारीख कैसे याद रख सकता हैं। जज ने उसके बारे में उस ब्राह्मण से पूछा। ब्राह्मण ने कहा कि वो सब जगह रहता है।

लोग उन्हें श्याम, कान्हा, कृष्ण आदि नामों से जानते हैं। इसके बाद जज ने दोबारा उससे पूछा बताओ वो बूढ़ा आदमी कौन था, फिर ब्राह्मण ने कहा सच में, मैं उनको नहीं जानता वो कौन थे। जज को इस बात की बड़ी हैरानी हुई, उसके मन में सवाल पर सवाल आ रहे थे कि आखिर वो आदमी था कौन। इसी पहेली को सुलझाने वो अगले दिन बांके बिहारी मंदिर में पहुंच गया। वो जानना चाहता था कि आखिर कल जो कोर्ट में आया था, वो कौन है। मंदिर के पुजारी से जज ने जब बात की, तो उन्होंने बताया कि जो भी चिट्ठी-पत्र यहां आता है, उसे भगवान के आगे रख दिया जाता है। जज ने उससे बूढ़े आदमी के बारे में भी पूछा, लेकिन पुजारी ने कहा ऐसा कोई भी आदमी यहां नहीं रहता है। यह सब बातें सुनने के बाद जज समझ ही गया कि वो साक्षात श्री कृष्ण ही कोर्ट में पेश हुए थे। इस घटना के बाद जज हक्का-बक्का रह गया और उसने अपने पद से अस्तीफा दे दिया और यहां तक कि उसने अपना घर-परिवार तक छोड़ दिया और फकीर बन गया। मान्यता के अनुसार बहुत सालों बाद वो जज पागल बाबा के नाम से वृंदावन वापस आया और उसने बांके बिहारी के मंदिर का निर्माण करवाया। तब से ये मंदिर पागल बाबा के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इस मंदिर के बारे में एक और मान्यता भी है कि जब जज को पता लगा कि उसके सामने साक्षात श्री कृष्ण कोर्ट में पेश हुए थे। तब वो सब कुछ छोड़ बांके बिहारी को ढूंढने लगा।

इस बात ने उसे पागल सा कर दिया था। आज भी उस जज को समर्पित पागल बाबा नाम का विशाल मंदिर वृंदावन में स्थित है। पागल बाबा मंदिर दस मंजिला है और इस मंजिल के ऊपरी भाग से वृंदावन को बखूबी निहारा जा सकता है। कहा जाता है कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता। भक्तों की हर मनोकामना पागल बाबा और कान्हा जरूर सुनते हैं। पागल बाबा का ये आश्रम बहुत ही चामत्कारिक है यहां आने वाले भक्तों को सकारात्मकता का अनुभव होता है। मंदिर को देखने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App