टकराव के हालात पैदा न करे केंद्र; हुड्डा बोले; उकसावे वाली हरकतें बंद करे सरकार, माने किसानों की मांग

By: Jan 13th, 2021 12:01 am

हुड्डा बोले; उकसावे वाली हरकतें बंद करे सरकार, पूर्वाग्रह छोड़ तुरंत माने किसानों की मांग

निजी संवाददाता — चंडीगढ़

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर जानबूझकर किसानों के साथ टकराव के हालात पैदा करने का आरोप लगाया है। करनाल के कैमला गांव में मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब केंद्र और किसानों के बीच में बातचीत चल रही है, तो इस बीच मुख्यमंत्री की तरफ  से ऐसे आयोजनों का क्या औचित्य है। जब ख़ुद इलाके के किसान मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थ,े तो उन्होंने ये आयोजन करने की जिद क्यों की। हुड्डा ने कहा कि सरकार चाहती तो विरोध को देखते हुए वक्त रहते ही वो इस आयोजन को रद्द करके तनावपूर्ण स्थिति पैदा होने से रोक सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। सरकार उकसावे वाले कदम उठाकर प्रदेश को अराजकता की तरफ  न धकेले, क्योंकि प्रदेश में बीजेपी सरकार आने के बाद से ही कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है। ऐसे में आंदोलन के दौरान सरकार को संयम रखना चाहिए और कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। हुड्डा ने कहा कि इस आंदोलन के लिए कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी की ग़लत नीतियां जिम्मेदार हैं।

 मौजूदा सरकार ने बार-बार किसानों पर बोझ डालने का काम किया है। सरकार की तरफ  से खाद के कट्टे का वेट तो कम कर दिया गया, लेकिन रेट बढ़ा दिया गया। इतना ही नहीं सरकार ने कृषि उपकरणों पर भी टैक्स लगा दिया। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की गई। इसने किसानों की आय बढ़ाने के बजाय लागत बढ़ाने का काम किया। ऊपर से सरकार ने किसानों पर उनकी सहमति के बिना तीन नए कानून थोप दिए। सरकार की ग़लत नीतियां ने बार-बार किसानों को गहरे घाव दिए हैं। सरकार उन पर मरहम लगाने की बजाए उन्हें कुरेदने का काम कर रही है। अभय द्वारा इस्तीफा देने की पेशकश पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है। अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ वोट करने की बजाय अभय विधायक पद से इस्तीफा देते हैं, तो विपक्ष की एक सीट कम हो जाएगी और ये अप्रत्यक्ष तौर पर सरकार की मदद होगी। कानूनों का विरोध करने वाले विधायकों को इस्तीफा देने की बजाय एकजुट होकर सदन में सरकार के खिलाफ  वोट करना चाहिए।

सीएम कार्यक्रम की बजाय केंद्र सरकार से करें बात

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री को कैमला जैसे आयोजन करने की बजाय केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए और उसे तीनों कृषि कानून वापस लेने के लिए मनाना चाहिए। मुख्यमंत्री जनता के प्रतिनिधि हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए किसानों का साथ देना चाहिए। मुख्यमंत्री द्वारा आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ बताने वाले सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि ये पूर्ण रूप से किसानों का आंदोलन है। किसानों की मांगें पूरी तरह जायज़ हैं, इसीलिए हम किसानों की मांगों का समर्थन कर रहे हैं। सरकार को भी पूर्वाग्रह छोड़कर उनकी मांगों को स्वीकार करना चाहिए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App