Myanmar: म्यांमार में तख्तापलट, सत्ता पर सेना का कब्जा, एक साल के लिए एमर्जेंसी घोषित

By: Feb 1st, 2021 11:45 am

नेपिडॉ — म्यांमार की सेना ने स्टेट काउंसलर आंग सान सु की और राष्ट्रपति विन मिंट तथा सत्तारूढ पार्टी के अन्य सदस्यों को सोमवार को हिरासत में लेने के बाद एक साल के लिए देश में आपातकाल स्थिति की घोषणा की। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक प्रथम उपराष्ट्रपति यू मिंट स्वे द्वारा हस्ताक्षरित घोषणा पत्र में सैन्य स्वामित्व वाली मायवाडी टीवी पर आपातकाल की घोषणा की गई, हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अब म्यांमार के कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में कौन अपनी सेवाएं देंगे।

घोषणा के मुताबिक सेना के कमांडर-इन-चीफ मिन आंग हलिंग देश की सत्ता अपने हाथों में लेने जा रहे हैं। दूसरी तरफ अमरीका ने म्यांमार की सेना से हिरासत में लिए गए स्टेट काउंसलर आंग सान सु की और राष्ट्रपति तथा सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों को रिहा करने को कहा है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी है।

म्यांमार में काउंसलर आंग सान सू की, राष्ट्रपति विन म्यांत हिरासत में लिए गए

मॉस्को — म्यांमार में तख्ता पलट की आशंका के बीच स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ-साथ राष्ट्रपति विन म्यांत को हिरासत में लिया गया है। नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के प्रवक्ता मायो न्यांट ने बताया कि म्यांमार की काउंसलर आंग सान सू की और देश की सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य वरिष्ठ लोगों को सुबह हुई छापामारी में हिरासत में लिया गया है। उल्लेखनीय है पिछले वर्ष आठ नवंबर को हुए आम चुनाव में व्यापक धांधली के बाद सेना द्वारा जनवरी में तख्ता पलट की आशंका व्यक्त की जा रही थी।

म्यांमार में एक साल के लिए आपातकाल

नेपिडॉ — म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की समेत राष्ट्रपति विन मिंट और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य सदस्यों को सोमवार को हिरासत में लिए जाने के बाद सेना ने देश में आपातकाल की स्थिति की घोषणा कर दी। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि सुश्री आंग सान सु की और श्री विन मिंट के साथ-साथ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के अन्य सदस्यों को आज सुबह सेना ने तख्ता पलट कर हिरासत में लिया गया।

इस बीच अमरीका के राष्ट्रपति जो बिडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने उन्हें म्यांमार की स्थिति पर जानकारी दी। अमरीका ने सुश्री आग सान की और राष्ट्रपति को सैन्य हिरासत से मुक्त करने को कहा है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी। गत माह जनवरी में म्यांमार के सेना ने आठ नवंबर के चुनाव के दौरान में मतदान में व्यापक रूप से धांधली होने पर तख्तापलट की आशंका जताई थी, यह चुनाव देश में वर्ष 2011 में सैन्य शासन के अंत के बाद दूसरा आम चुनाव हुआ था।

म्यांमार में तख्तापलट के बाद इंटरनेट, मोबाइल फोन सेवा बंद

नेपिडॉ — म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के एक सलाहकार ने कहा है कि देश में सेना की ओर से तख्तापलट के बाद राजधानी नेपिडॉ में इंटरनेट और फोन सेवा बंद कर दी गई है। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि सुश्री आंग सान सु की और श्री विन मिंट के साथ-साथ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के अन्य सदस्यों को आज सुबह सेना ने तख्ता पलट कर हिरासत में लिया गया और इसके बाद देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई।

स्टेट काउंसलर के सलाहकार एवं आस्ट्रेलियाई अकादमिक सीन टर्नेल ने फाइनेंसियल टाइम्स की उन रिपोर्टों की पुष्टि की है जिनमें इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं बंद किए जाने की जानकारी दी गई। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सेना ने यंगून में सिटी हॉल को अपने घेरे में ले लिया है।

म्यांमार में तख्तापलट से अमरीका चिंतित , कार्रवाई की दी चेतावनी

वाशिंगटन — अमरीका ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सु की और राष्ट्रपति विन मिंट को हिरासत में लेने के लिए जिम्मेदार पक्षों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने एक बयान में कहा कि अमरीका म्यांमार की उन रिपोर्टों से चिंतित है जिसमें बर्मी (म्यांमार) सेना ने स्टेट काउंसलर आंग सान सु की और राष्ट्रपति और अन्य नागरिक अधिकारियों को हिरासत में लेने और देश के लोकतंत्र में परिवर्तन लाने तथा उसे कमजोर करने के लिए ऐसा कदम उठाया है।

राष्ट्रपति जो बिडेन को उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इसकी जानकारी दे दी है। सुश्री साकी ने कहा कि हम म्यांमार के लोकतंत्र के लिए पूरी तरह से समर्थन की पुष्टि करते है और अपने क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ समन्वय कर सैन्य और अन्य सभी दलों से लोकतांत्रिक तरीके और कानून का पालन करते हुए हिरासत में लिए लोगों की तुरंत रिहा करने का आग्रह करते हैंं। अमरीका ने हाल के चुनावों के परिणामों को बदलने या म्यांमार के लोकतांत्रिक परिवर्तन को बाधित करने के प्रयासों का विरोध किया है और कहा कि अगर वर्तमान में लिए गए निर्णय को नहीं बदला तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

उल्लेखनीय है कि म्यांमार की सेना ने आज सुबह सत्तारूढ पार्टी की सुश्री आंग सान सु की, राष्ट्रपति विन मिंट के साथ साथ पार्टी के अन्य सदस्यों को छापेमारी कर हिरासत में ले लिया। गत माह जनवरी में म्यांमार के सेना ने आठ नवंबर के चुनाव के दौरान में मतदान में व्यापक रूप से धांधली होने पर तख्तापलट की आशंका जताई थी, यह चुनाव देश में वर्ष 2011 में सैन्य शासन के अंत के बाद दूसरा आम चुनाव हुआ था।


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