सेना का ट्रोपेक्स अभ्यास

By: Feb 13th, 2021 12:06 am

कर्नल (रि.) मनीष धीमान

स्वतंत्र लेखक

पिछले सप्ताह भारतीय संसद में राष्ट्रपति अभिभाषण तथा बजट पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष के सांसदों का हर मुद्दे पर गंभीरता से बात करने के साथ-साथ आंदोलनजीवी और हम दो, हमारे दो जैसे वाक्यों के अलावा महत्वपूर्ण चर्चा के दौरान गृहमंत्री की संसद से अनुपस्थिति एवं उसी समय बंगाल की चुनावी रैली में व्यस्तता मुख्य खबरें रहीं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए चीन एक बार फिर रोड़ा बनता हुआ नजर आया, तो दूसरे छोर पर लद्दाख की पैंगोंग झील के विवादित स्थल से चीन और भारत दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को एक समझौते के तहत पीछे हटाने का फैसला ले लिया है। उत्तराखंड में एक बार फिर ग्लेशियर सरकने से आई त्रासदी ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया ।

इसी दौरान हिंद महासागर में भारतीय सेना के तीनों अंग जल सेना की ट्रोपेक्स एक्सरसाइज में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। ट्रोपेक्स का मतलब ‘थिएटर लेबल रीडीनेस एंड ऑपरेशनल एक्सरसाइज’ है। यह एक इंटर सर्विसिज मिलिट्री एक्सरसाइज है जिसमें भारतीय थल, जल और वायु सेना के साथ-साथ कोस्ट गार्ड भी हिस्सा लेते हैं। इस अभ्यास की शुरुआत 2005 में की गई थी, जिसका उद्देश्य सेना के तीनों अंगों के बीच समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ नेवी की आक्रामक और सुरक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाना तथा हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और शांति को कायम रखना है। भारतीय नौसेना की इस वॉर गेम में कई वारशिप, पनडुब्बियां, एयरक्राफ्ट, इंडियन आर्मी की यूनिट्स और इंडियन कोस्ट गार्ड शामिल हैं। हर 2 साल में होने वाली यह एक्सरसाइज जनवरी में शुरू हुई तथा फरवरी के तीसरे हफ्ते तक चलेगी। इस अभ्यास को अलग-अलग हिस्सों में किया जाता है।

 इस साल के अभ्यास का मुख्य हिस्सा ‘वर्कअप फेज’ का अभी सफल समापन हुआ, जिसके दौरान कई मिसाइलों, टारपीडोस और रॉकेट्स को ओन टारगेट टेस्ट किया गया। इसके अलावा फ्रंटलाइन वारशिप, एयरक्राफ्ट एवं सबमरींस ने भी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया जिससे भारतीय नौसेना ने किसी भी तरह की समुद्री चुनौती का सामना करने की अपनी क्षमता को जाहिर किया। पहले दौर में इंडियन नेवी ने कोस्टल डिफेंस एक्सरसाइज ‘सी-बिज़ल’ पूरी कोस्टलाइन और देश के आईलैंड टेरिटरीज में की। 12-13 जनवरी को हुई इस एक्सरसाइज में इंडियन नेवी के साथ कोस्ट गार्ड, 13 कोस्टल स्टेट और यूनियन टेरिटरीज की मरीन पुलिस तथा मैरिटाइम डोमेन के स्टेकहोल्डर्स शामिल हुए। इस एक्सरसाइज के दौरान हासिल हुई जानकारियों से देश के कोस्टल डिफेंस आर्किटेक्चर को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। नेवल हैडक्वार्टर द्वारा आयोजित यह एक्सरसाइज मल्टीडाइमेंशनल है जो वर्तमान जियोस्ट्रैटेजिक एनवायरनमेंट की जरूरतों के हिसाब से की जा रही है। इस तरह के अभ्यास देश की सुरक्षा संबंधी तैयारियों के साथ-साथ क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए समय की जरूरत हैं।


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