कहीं खिलने से पहले न झड़ जाएं फूल
धूल प्रभावित हो सकते हैं फूल, कुल्लू में बागबानों के माथे पर चिंता की लकीरें
स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर
फ्लावरिंग की प्रक्रिया के बीच कुल्लू में तेज हवाओं के बाद उठी धूल बागबानों के माथे पर शिकन लाने लगा है। सोमवार को दोपहर बाद अचानक तेज हवाएं जिला के निचले इलाकों में चली, तो इसके कारण धूल ही धूल उठती दिखी। लिहाजा, बागबानों को अब चिंता सतानी आरंभ हो गई है कि इसी प्रकार की धूल उठी तो यह फूलों को प्रभावित कर सकती है। बता दें कि धूल उठने के कारण यह वातावरण में समा जाती है और जब बारिश होती है तो बारिश के साथ पौधों पर आकर टिक जाती है।
इससे फसल को बीमारियां जकड़ लेती है। बता दें कि करीब दो-तीन साल पहले भी इस प्रकार की धूल के कारण जिला के बागबानों को नुकसान उठाना पड़ा था। इन दिनों जिला के निचले व मध्यम क्षेत्रों के इलाकों के बागबानों के बागानों में प्लम की फ्लावरिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सैटिंग की प्रक्रिया चली है। खुमानी व नाशपाती में फूल खिल रहे हैं, तो सेब और अनार में आने वाले दो सप्ताह में फूल खिलने वाले हैं। मौसम विभाग के अनुमानों के अनुसार जिला में आने वाले एक सप्ताह तक हालंाकि मौसम खराब तो रहेगा, लेकिन बारिश की संभावना कम है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि तेज हवाएं परेशानी पैदा कर सकती है तो धूल भी फूलों को प्रभावित कर सकती हैं। उधर बागबानी विशेषज्ञों ने भी इस प्रकार की धूल पर चिंता जाहिर की है। बजौरा में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डाक्टर केसी शर्मा के अनुसार धूल पर्यावरण के लिए खराब है और किसानों-बागबानों को इससे अलर्ट रहना चाहिए। इसके अलावा उन्होने किसानों को खेतों में छिड़काव करने की भी सलाह दी है।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App