डीएलएड छात्रों को नहीं मिली माक्र्सशीट

By: Jan 31st, 2022 12:01 am

मानव भारती यूनिवसिर्टी के विवाद में लटकी हजारों स्टूडेंट्स की डिग्रियां

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

फर्जी डिग्री मामले में फंसी मानव भारती यूनिवर्सिटी के विवाद में छात्रों की डिग्रियां लटक गई हैं। दरअसल छात्रों का पूरा रिकार्ड एसआईटी के पास है, ऐसे में जब यूनिवर्सिटी पर जांच शुरू हुई, तो रिकार्ड भी जब्त कर लिया गया। 2019 से 2021 के बीच डीएलएड करने वाले छात्र अब माक्र्सशीट जारी होने की वजह से परेशान है। उनका कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी उन्हें यह रिकार्ड नहीं दे रहे। इस कारण उन्हें दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। विवादों में आने के बाद यूनिवर्सिटी का सारा रिकार्ड हालांकि जब्त कर लिया गया था, लेकिन उस समय प्रशासनिक अधिकारी को सरकार ने नियुक्त किया, जिनकी देखरेख में वहां सारा प्रशासनिक कार्य करवाया जा रहा है।

छात्रों का कहना है कि डीएलएड का परिणाम घोषित हुए तीन माह से भी ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक उन्हें माक्र्सशीट नहीं दी गई है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार और अन्य अधिकारियों से संपर्क भी साधा, लेकिन उन्हें यह कह कर टाल दिया जाता है कि आपका रिकार्ड पुलिस के पास है। जब तक कोर्ट आदेश नहीं करेगा, तब तक डिप्लोमा मिलना संभव नहीं हैं। वहीं शिक्षण नियामक आयोग अध्यक्ष अतुल कौशिक ने बताया कि मामला मेरे ध्यान में आया है। इस बारे में क्या आगामी कार्रवाई की जा सकती है, यह देखा जाएगा।

पेपर भी हुए और टीपी भी करवाई

छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी जब विवादों में आई, तो उसके बाद प्रशासनिक अधिकारी की देखरेख में ही पेपर भी हुए, टीचिंग प्रैक्टिस भी हुई और उसके बाद रिजल्ट भी आया, लेकिन अब माक्र्सशीट को रोकना तर्कसंगत नहीं है। यूनिवर्सिटी की जो भी कानूनी प्रक्रिया चली हुई है हमारे डिप्लोमा का उस से कोई लेना देना नहीं है। हमारा पूरा रिकार्ड तो यूनिवर्सिटी में है और हिमाचल सरकार द्वारा नियुक्त प्रशासनिक अधिकारी की देखरेख में डिप्लोमा पूरा हुआ, तो फिर अब मार्क शीट और डिप्लोमा जारी करने में इतनी देरी क्यों की जा रही है।


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